वाराणसी और गाजीपुर में गंगा रुख घटाव की ओर, बलिया में खतरा बिंदु से ऊपर रुख बरकरार Varanasi news
मीरजापुर गाजीपुर और वाराणसी में जहां गंगा का रुख घटाव की ओर है वहीं बलिया जिले में गंगा अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और रुख अब भी बढ़ाव की ओर बना हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में गंगा नदी का रुख गुरुवार को मिला जुला रहा। मीरजापुर, गाजीपुर और वाराणसी में जहां गंगा का रुख घटाव की ओर है वहीं बलिया जिले में गंगा अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और रुख अब भी बढ़ाव की ओर बना हुआ है। हालांकि कुछ जिलों में घटाव का रुख भले ही हो मगर यह काफी धीमी गति से हो रहा है। चिंता की बात यह भी है कि यमुना नदी का पानी मिलने के बाद एक बार फिर से शहजादपुर और फाफामऊ में गंगा नदी में बढ़ाव का रुख हो गया है। ऐसे में इलाहाबाद के बाद मीरजापुर और वाराणसी में 24 घंटों में बढ़ाव का रुख एक बार फिर से देखा जा सकता है।
जिन इलाकों में गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है वहां पर नदी का पानी चिंता का सबब बना हुआ है। वहीं गंगा के पलट प्रवाह से कई सहायक नदियों में भी उफान की स्थिति होने से तटवर्ती इलाकों में चिंता का माहौल बना हुआ है। वरुणा नदी में पलट प्रवाह की वजह से तटवर्ती इलाकों में पलायन की स्थिति होने के बाद लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर लोग पहुंचने लगे हैं। वहीं खेत और घरों में पानी पहुंचने से किसानों और निचले इलाकों में सुरक्षा और फसल को लेकर चिंता का माहौल है।
ऐसे में लगातार रह रहकर हो रही बरसात की वजह से लोग बाढ़ में और इजाफे को लेकर चिंतित हैं। सर्वाधिक चिंता बलिया जिले में है जहां गंगा खतरा बिंदु से एक मीटर से भी अधिक ऊपर बह रही हैं। यहां पर अब भी गंगा में बढ़ाव का रुख बना हुआ है। दूर दराज के इलाकों में जलभराव की वजह से अब चारे की भी समस्या आने लगी है। जबकि लंबे समय तक फसल डूबने से धान की पैदावार भी प्रभावित हो सकती है।
जिला
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खतरा | चेतावनी | वर्तमान | रुख |
वाराणसी | 71.26 मी. | 70.26 मी. | 69.78 मी. | घटाव |
गाजीपुर | 63.10 मी. | 62.10 मी. | 62.98 मी. | घटाव |
बलिया | 57.61 मी. | 56.61 मी. | 58.80 मी. | बढ़ाव |