बलिया में तेज कटान का खतरा, नदी में बोल्डर धंसने की सूचना पर पहुंचे डीएम
वाराणसी (पूर्वाचल डेस्क) : पूर्वाचल में नदियों का रुख तल्खी की ओर बना हुआ है। जहां गंगा मे
वाराणसी (पूर्वाचल डेस्क) : पूर्वाचल में नदियों का रुख तल्खी की ओर बना हुआ है। जहां गंगा में एक बार फिर से बढ़ाव शुरु हो चुका है जिससे वाराणसी, भदोही, मीरजापुर और गाजीपुर में चिंता फिर से होने लगी है वहीं दूसरी ओर आजमगढ़, मऊ और बलिया में घाघरा नदी भी अब कटान कर रही है। इससे तटवर्ती इलाकों में लोगों में काफी चिंता है। हालांकि विभागीय अधिकारियों की नजर लगातार नदियों के रुख पर बनी हुई है।
इसी कड़ी में नदियों के कटान को लेकर पूर्वाचल के सभी जिलों में जिला प्रशासन हलकान है। शुक्रवार को बलिया जिले में संवेदनशील स्थलों पर जिलाधिकारी भवानी ¨सह खंगारौत दौरे पर रहे। शुक्रवार को मनियर थाना क्षेत्र के ककरघट्टा गांव में नदी में बोल्डर धंसने से लोगों में भय समा गया। आनन-फानन मौके पर डीएम स्थिति का जायजा लेने पहुंचे। विगत दिनों में उनका यह चौथा निरीक्षण था। जिलाधिकारी ने बाढ़ विभाग के अधिकारियों को आबादी प्रभावित क्षेत्र को बचाने के लिए गंभीर रहने को कहा।
हालांकि सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने आबादी क्षेत्र को पूरी तरह सुरक्षित होने का दावा किया। दरअसल, बालेश्वर ¨बद व अजय ¨बद के आवास के आगे बोल्डर का स्पर घाघरा में धंस जाने के कारण वहां पर कटान के खतरे की संभावना पर अधिकारी सहम गए। डीएम ने बाढ़ विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वहां पर कैरेट में बोल्डर डाल कर पुन: ठोकर बनाया जाय, ताकि कटान से गांव को बचाया जा सके। इस मौके पर बाढ़ विभाग के सहायक अधिशासी अभियंता वीरेंद्र ¨सह, सीओ बांसडीह अशोक ¨सह, जेई गणेश यादव, थानाध्यक्ष मनियर चंद्रभान यादव आदि लोग मौजूद थे।