पांच लाख आबादी को बिजली संकट से मिलेगी निजात, 1.75 करोड़ से बनेंगे पांच फीडर
वाराणसी में जनता को बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिए विभाग द्वारा लेढूपुर उपकेंद्र में पांच फीडर बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
वाराणसी (जेएनएन) : आए दिन बिजली कटौती और ट्रिपिंग की समस्या से जूझ रही जनता अब बेहाल हो गई है। ऐसे में उन्हें राहत देने के लिए विभाग द्वारा कदम उठाया गया है। इसमें पांच लाख आबादी को बिजली कटौती और ट्रिपिंग से राहत पहुंचाने के लिए लेढ़ूपुर 132 केवी उपकेंद्र में पौने दो करोड़ से पांच नए फीडर बनाने का काम शुरू हो गया है। नए फीडर से तीन 33केवी उपकेंद्र के साथ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और पुरातत्व संग्रहालय का भी स्वतंत्र फीडर होगा। पावर कारपोरेशन ने ट्रांसमिशन इकाई को नवंबर तक हरहाल में पांचों फीडर को शुरू करने का निर्देश दिया है।
दरअसल लेढ़ूपुर 132 केवी उपकेंद्र से काशी 33केवी उपकेंद्र को बिजली जाती है, इसी उपकेंद्र से टाउनहाल और चौक 33केवी उपकेंद्र को बिजली जाती है। इन तीनों में से एक भी उपकेंद्र में कोई खराबी होने पर तीनों उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। इसी प्रकार लेढ़ूपुर 33केवी उपकेंद्र से सारनाथ रेलवे स्टेशन स्थित शक्तिपीठ 33केवी उपकेंद्र और पुरातत्व संग्रहालय को भी बिजली जाती है।
अक्सर किसी न किसी कारण लेढ़ूपुर 33केवी उपकेंद्र में खराबी आती रहती है जिससे संग्रहालय में पुरातात्विक अवशेषों को देख रहे पर्यटकों और सारनाथ क्षेत्र में बिजली संकट बनी रहती है। इसके अलावा कज्जाकपुरा में बने नए 33केवी उपकेंद्र वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बिजली दी जाती है। लेढ़ूपुर 132केवी उपकेंद्र में पांच नए फीडर बनने से काशी 33केवी उपकेंद्र को अलग कर दिया जाएगा। टाउनहाल और चौक उपकेंद्र एक साथ चलेंगे। शक्तिपीठ और संग्रहालय के अलग-अगल फीडर होंगे। यह व्यवस्था सुचारू रूप से हो जाने पर जनता को राहत मिलने की उम्मीद है।