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रमजान-उल-मुबारक : मस्जिदों में शुरू हुई तरावीह की नमाज, पहला रोजा आज

रहमतों व बरकतों का पाक महीना रमजान-उल-मुबारक सोमवार को चांद दिखने के साथ शुरू हुआ। वहीं सोशल साइट्स पर मुबारकबाद देने का सिलसिला भी चल पड़ा।

By Vandana SinghEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 06:50 PM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 08:03 AM (IST)
रमजान-उल-मुबारक : मस्जिदों में शुरू हुई तरावीह की नमाज, पहला रोजा आज
रमजान-उल-मुबारक : मस्जिदों में शुरू हुई तरावीह की नमाज, पहला रोजा आज

वाराणसी, जेएनएन। रहमतों व बरकतों का पाक महीना रमजान-उल-मुबारक सोमवार को चांद दिखने के साथ शुरू हुआ। वहीं सोशल साइट्स पर मुबारकबाद देने का सिलसिला भी चल पड़ा।

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इशा की नमाज के बाद रमजान के महीने में पढ़ी जाने वाली तरावीह की विशेष नमाज का भी एहतेमाम किया गया। रमजान के मद्देनजर मस्जिदों में नमाजियों का रेला भी उमड़ पड़ा। विशेष तौर पर बच्चों में गजब का उत्साह दिखा। अजान की सदा सुनते ही बच्चे मस्जिदों की ओर दौड़ लगा रहे हैं। बाजारों की रौनक बढऩे के साथ ही हर ओर माहौल नूरानी हो गया है। माहे रमजान को नेकियों का मौसम-ए-बहार कहा गया है। इसका कारण है कि जो लोग आम दिनों में इबादतों से दूर रहते हैं, वे भी इस महीने में इबादतों में पूरी तरह मशगूल हो जाते हैं।

सहरी-इफ्तार के लिए जमकर हुई खरीदारी : रमजान के शुरू होते ही सहरी व इफ्तार के सामानों की जमकर खरीदारी हुई। लोग दूध फेनी से लेकर खजूर, चना, मटर, फल आदि खरीदते नजर आए। दालमंडी, विश्वेश्वरगंज, नई सड़क, गोलादीना नाथ आदि प्रमुख बाजारों में दिनभर खरीदारों की भीड़ रही।

शुरू हुई तरावीह की नमाज

चांद दिखने के साथ ही सोमवार रात इशा की नमाज के बाद मस्जिदों में तरावीह की नमाज (रमजान में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज) शुरू हुई। रमजान के पूरे महीने प्रतिदिन इशा की नमाज के बाद इस विशेष नमाज का एहतेमाम किया जाता है। विभिन्न मस्जिदों में तीन दिनों से लेकर 27 दिनों तक 'खत्म तरावीहÓ होगी, जबकि तरावीह की नमाज पूरे महीने पढ़ी जाएगी।

तीन दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद लाट सरैयां, मस्जिद मखदूम शाह, अखाड़ा वाली मस्जिद-अंसाराबाद, मस्जिद मुहल्ला राज मंदिर व बेनियाबाग के मैदान में नवाब यूसुफ कुंआ के चबूतरे पर।

पांच दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद धरहरा, मस्जिद भदऊं चुंगी, अंगूरी वाली मस्जिद-पठानी टोला, मस्जिद अंगूरों वाली-पठानी टोला, मस्जिद रजा अली-कतुआपुरा, मस्जिद-गोलाघाट, मस्जिद नउवापोखर।

छह दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद नवापोखर-अंसाराबाद, मस्जिद गड़ासा मिल-चौहट्टा लाल खां, मस्जिद जाहिद शहीद-पठानी टोला, मस्जिद जुम्मन शाह-मदारतल्ला, मस्जिद कतुआपुरा, मस्जिद नगीना-ओंकारेश्वर, मस्जिद अखाड़े वाली-कुतबन शहीद, मस्जिद बाजार वाली-आलमपुरा, मस्जिद अंबिया मंडी-चिकवनपुरा, मस्जिद जलालीपुरा चुंगी, मस्जिद अल कुरैश-हंकारटोला, मस्जिद अजगैब शहीद-राजघाट, मस्जिद जिन्नाती-पुराना पान दरीबा।

सात दिन में खत्म तरावीह : अय्या की मस्जिद-दशाश्वमेध, मस्जिद मदीना-पठानीटोला।

आठ दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद आलम शाह-खालिसपुरा, मस्जिद हकीम अब्दुल कलाम-लहंगपुरा, मस्जिद लाटशाही-कचहरी, मस्जिद रहीम खां-शिवाला, मस्जिद अस्तबल-शिवाला, रजा मस्जिद-पांडेय हवेली।

नौ दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद रकीबिया-अहमद नगर, बजरडीहा।

दस दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद खुदा बख्श जायसी लंगड़े हाफिज-नई सड़क, मस्जिद ज्ञानवापी, मस्जिद ढाई कंगूरा-चौहट्ट लाल खां, खजूर वाली मस्जिद-नई सड़क, मस्जिद संगमरमर-दालमंडी, मस्जिद बीबी रजिया-चौक, मस्जिद मस्जिद फूटी-मदनपुरा,  मस्जिद रजा कालोनी-खजुरी, जुमा मस्जिद-सलेमपुरा, मस्जिद पानी टंकी-सलेमपुरा, मस्जिद सम्मन खां-गौरीगंज, मस्जिद जिन्नात वाली-फातमान, मस्जिद मदनी-बजरडीहा, मस्जिद मुस्लिम मुसाफिरखाना, सुल्तानिला मस्जिद-रेवड़ी तालाब, मस्जिद बड़ी पियरी।

12 दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद खाकी शाह-शिवाला, नूरी मस्जिद-छित्तूपुर।

15 दिन में खत्म तरावीह : जामा मस्जिद-नेदसर, नगीना मस्जिद-रेवड़ी तालाब, नूरी मस्जिद-अशफाक नगर, मस्जिद कारी साहब-बेनियाबाग।

20 दिन में खत्म तरावीह : काली मस्जिद-सलेमपुरा।

24 दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद पांडेय हवेली, मस्जिद बैतुल मुकर्रम-अशफाक नगर।

27 दिन में खत्म तरावीह : मस्जिद रंगीले शाह-दालमंडी, बड़ी मस्जिद-मालती बाग।

सात मई (मंगलवार)
   पहला रोजा
                    सुन्नी    शिया
आज इफ्तार    6:31    6:42
कल सहरी       3:53    3:49

रमजान के मुबारक महीने के इस्तकबाल (स्वागत) के लिए एक साल पहले से जन्नत सजाई जाती है। -(हदीस)

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