पीएम और सीएम के वीडियो को तोड़मरोड़ कर ट्वीट करने पर आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता पर एफआइआर दर्ज
आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता रिजू दत्ता के विरुद्ध वाराणसी के दशाश्वमेध थाने में शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम समेत झूठा बयान देने व वैमनस्यता फैलाने के आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। विवेचना इंस्पेक्टर चौक शिवाकांत मिश्रा को सौंपी गई है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता रिजू दत्ता के विरुद्ध दशाश्वमेध थाने में शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम समेत झूठा बयान देने व वैमनस्यता फैलाने के आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि गत 22 दिसंबर को एआइटीएमसी के प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के काशी भ्रमण के वीडियो को तोड़मरोड़ कर अपने वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था। एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय के अनुसार उन्होंने ऐसा करके पीएम व सीएम की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है।
यह मामला सामने आने पर डीसीपी क्राइम अमित कुमार ट्विटर इंडिया को दंड प्रक्रिया संहिता के तहत नोटिस जारी किया है। साथ ही जिस ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया था वह एकाउंट सस्पेंड करने के लिए कहा है। उधर, रिजु दत्ता के ट्विटर एकाउंट से वह वीडियो अब हटा लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के लिए 13 व 14 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर काशी आए थे। 13 दिसंबर की मध्यरात्रि सीएम के साथ पीएम गोदौलिया क्षेत्र व धाम में भ्रमण करने के साथ बनारस रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने गए थे। उस दौरान गोदौलिया में मौजूद लोगों ने पीएम का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए हर हर महादेव का उद्घोष किया था। थाना प्रभारी दशाश्वमेध आशीष मिश्रा के अनुसार एआइटीएमसी के प्रवक्ता ने पीएम व सीएम के गोदौलिया भ्रमण के वीडियो का आडियो एडिट करने के बाद उसे अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया। आडियो में उनके लिए आपत्तिजनक बातें कहीं गई थीं व बेबुनियाद आरोप लगाए गए थे। एसीपी ने बताया कि जिस आइपी एड्रेस का इस्तेमाल कर एडिटेड वीडियो पोस्ट किया गया था, उसकी डिटेल ट्विटर इंडिया से मांगी गई है। दशाश्वमेध थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना इंस्पेक्टर चौक शिवाकांत मिश्रा को सौंपी गई है।