फास्टैग नहीं तो आज से दोगुना शुल्क, डाफी टोल प्लाजा से एक हजार से अधिक फास्टैग बिके
यदि आपने फास्टैग नहीं लिया है और डाफी टोल प्लाजा से गुजर रहे हैं तो आपको दोगुना टोल शुल्क भरना पड़ेगा।
वाराणसी [रवि पांडेय]। यदि आपने फास्टैग नहीं लिया है और डाफी टोल प्लाजा से गुजर रहे हैं तो आपको दोगुना टोल शुल्क भरना पड़ेगा। केंद्र सरकार से फास्टैग योजना लागू होने के बाद रविवार की सुबह आठ बजे से सख्ती शुरू हुई। एनएचएआइ अफसरों की मानें तो फास्टैग को लेकर उत्साह कम है। अब तक देश में करीब 30 फीसद वाहनों में ही फास्टैग लग सका है। टोल मैनेजर जयराज सिंह ने बताया कि रविवार की सुबह आठ से डाफी टोल प्लाजा पर फास्टैग को लेकर सख्ती शुरू हुई। अब तक इस टोल से एक हजार से अधिक फास्टैग बिके हैं।
एक माह बाद कैश पूरी तरह बंद
रविवार से फास्टैग नहीं लगाने पर दोगुना शुल्क वसूली शुरू होने के एक महीने बाद कैश बिल्कुल बंद कर दिया जाएगा। सिर्फ फास्टैग लगे वाहन पास होंगे। अधिकारियों ने बताया कि फास्टैग की टोल प्लाजा के अलावा एसबीआइ, एचडीएफसी सहित कई बैंकों व पेट्रोल पंपों पर भी सुविधा दी गई है। कई वाहन एजेंसियों पर भी फास्टैग उपलब्ध है।
ओवरलोड को बढ़ावा, वसूली कम
नोटबंदी के बाद कैशलेस को लेकर जिस तरह से टोल प्लाजा पर जाम लग रहा था वैसी ही स्थिति एकबार फिर होने वाली है। फास्टैग लगने के बाद ओवरलोड गाडिय़ों से टोल प्लाजा पर दोगुना टैक्स नहीं लिया जा सकता क्योंकि सभी गाडिय़ां बिना रुके पास होंगी। इससे ओवरलोड गाडिय़ों पर नकेल की विभागीय अभियान की हवा निकल जाएगी। फास्टैग लगाकर और ज्यादा ओवरलोड गाडिय़ां चलने लगेंगी।
डाफी टोल को दो करोड़ की चपत
फास्टैग लगाने से सबसे ज्यादा नुकसान डाफी टोल प्लाजा को होगा। टोल प्लाजा पर प्रतिदिन सात से आठ लाख अतिरिक्त वसूली ओवरलोड गाडिय़ों से होती है जो माह में दो करोड़ से अधिक का राजस्व है।
फास्टैग के ट्रायल पर ही जाम
फास्टैग के ट्रायल लेने पर ही टोल प्लाजा पर लंबा जाम लग रहा है। बिना लेन बढ़ाए फास्टैग अनिवार्य करने पर तो बड़ा ही झाम होने वाला है। इसे देखते हुए टोल प्लाजा ने प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। वीआइपी मूवमेंट और इमरजेंसी गाडिय़ों को पार कराना बड़ी चुनौती होगी।
स्थानीय लोगों से बवाल की चिंता
टोल प्लाजा हेड मनीष कुमार ने बताया कि 30 फीसद गाडिय़ों में फास्टैग लगना चिंता का विषय है। एनएचआइ और टोल प्लाजा के अधिकारी इसे लेकर चिंतित हैं। स्थानीय लोग गाडिय़ों में फास्टैग नहीं लगा रहे हैं, जिससे बवाल होने की आशंका है।