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8395 किसानों की फसल प्रधानमंत्री बीमा से सुरक्षित, बरसात और ओला से होने वाले नुकसान की होगी भरपाई

पिछले एक सप्ताह में कई बार हुई वर्षा और ओलावृष्टि ने फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 16 Mar 2020 11:49 AM (IST)Updated: Mon, 16 Mar 2020 11:49 AM (IST)
8395 किसानों की फसल प्रधानमंत्री बीमा से सुरक्षित, बरसात और ओला से होने वाले नुकसान की होगी भरपाई
8395 किसानों की फसल प्रधानमंत्री बीमा से सुरक्षित, बरसात और ओला से होने वाले नुकसान की होगी भरपाई

वाराणसी, जेएनएन। रबी की फसल करीब एक सप्ताह पूर्व तक वर्षों बाद काफी अच्छी मानी जा रही थी। इसके बावजूद पिछले एक सप्ताह में कई बार हुई वर्षा और ओलावृष्टि ने फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। किसानों की आशा पर पानी फिर गया है। जिला प्रशासन सर्वे कर राहत पहुंचा रहा है। इसके बावजूद जनपद के 8395 किसान ऐसे हैं जिन्हें मौसम की मार की कोई चिंता नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन सभी ने पहले ही अपनी फसल का प्रधानमंत्री फसल बीमा करा रखा है। 

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एडीएम वित्त एवं राजस्व अजीत पाल ने बताया कि जनपद के आठ ब्लाकों के आठ हजार 395 किसानों ने बीमा करा कर 39 लाख रुपये प्रीमियम जमा किया था। इसमें केंद्र सरकार की तरफ से अपना अंश लगा कर कुल प्रीमियम 1.06 करोड़ रुपये जमा किए गए। इससे किसानों की करीब 26.61 करोड़ रुपये की फसल को सुरक्षित किया गया है। इसमें सर्वाधिक 1546 किसानों ने बड़ागांव में और सबसे कम 503 किसानों ने काशी विद्यापीठ ब्लाक में बीमा कराया है। एडीएम ने बताया कि फसल नुकसान का आंकलन कृषि, राजस्व, बीमा कंपनी, बैंक आदि की तरफ से शुरू कर दिया गया है। 

सर्वे पूरा होते ही किसानों को बीमित राशि का किस्तों में भुगतान किया जाएगा। एडीएम ने कहा कि मामूली प्रीमियम से अपनी पूंजी को सुरक्षित किया जा सकता है। किसान इसका लाभ उठाएं। 

कहां कितने ने कराया बीमा

विकास खंड बीमित किसान
अराजीलाइन 1409
बड़ागांव 1546
चिरईगांव 1044
चोलापुर 1128
हरहुआ 545
काशी विद्यापीठ 503
पिंडरा 1079
सेवापुरी 1141

कुल योग :  8395

एक ही दिन बरहीं में 33 फीसद फसल बर्बाद

बीते 11 मार्च की रात को बारिस और ओलावृष्टि हुई। जिला प्रशासन ने इसकी पिंडरा तहसील के ग्राम बरहीं कला और बरहीं नेवादा का सर्वे कराया। देखने में आया कि किसानों की 33 फीसद फसल नष्ट हो गई। साथ ही मकानों आदि को आंशिक क्षति पहुंची है। एडीएम वित्त एवं राजस्व सतीश पाल ने बताया कि भारी बारिस और ओला से 93 कच्चे और अद्र्धपक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इससे करीब तीन लाख रुपये की क्षति हुई। एक मुर्गी फार्म क्षतिग्रस्त हो गया। 35 पेड़ और 20 बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए। कुल मिला कर बरहीं कला में 145 हेक्टेयर और नेवादा में 134 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 1300 किसानों की फसल बर्बाद हुई। 


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