मऊ में 2017 में मतों के पहाड़ पर चढ़े थे फागू चौहान, मुख्तार अंसारी ने भी दिखाए थे सियासी जौहर
पूर्व की तुलना में अब प्रत्याशियों को अधिक मत भी मिल रहे हैं पर मिले मतों के फीसदी से प्रत्याशी की लोकप्रियता का आंकलन किया जाता है। लोकप्रियता के मामले में फागू चौहान ने वर्ष 2017 में एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया।
मऊ, जागरण संवाददाता। वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी फागू चौहान ने छठवीं जीत के साथ ही एक अन्य कीर्तिमान भी स्थापित किया था। 36.72 फीसदी मतदाताओं की पसंद बनने के साथ ही 88,298 मतों के पहाड़ पर चढ़े थे। इस लिहाज से मऊ जिले में सियासी आंकड़े काफी रोचक हैं।
प्रत्येक चुनाव में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। पूर्व की तुलना में अब प्रत्याशियों को अधिक मत भी मिल रहे हैं पर मिले मतों के फीसदी से प्रत्याशी की लोकप्रियता का आंकलन किया जाता है। लोकप्रियता के मामले में फागू चौहान ने वर्ष 2017 में एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया। 2017 के पूर्व एवं बाद में हुए चुनाव मतों के पहाड़ की ऊंचाई बयान करते हैं। वर्ष 2012 में सपा के प्रत्याशी रहे सुधाकर सिंह ने 73,688 मत प्राप्त कर बसपा के प्रत्याशी रहे फागू चौहान को 15,544 मतों से पराजित किया था जबकि वर्ष 2017 में बसपा के प्रत्याशी अब्बास अंसारी 81,295 मत पाकर हार गए थे।
भाजपा के प्रत्याशी श्री चौहान को 36.72 फीसदी मतदाताओं ने पसंद किया था। फागू चौहान के बिहार के राज्यपाल पद पर नियुक्त होने के बाद वर्ष 2019 में हुए उपचुनाव में विजय राजभर ने भाजपा के इस गढ़ को सुरक्षित रखा पर मिले मतों का आंकड़ा 68,371 ही रहा। उन्हें मात्र 30.99 फीसदी मतदाताओं ने ही पसंद किया था। इस वर्ष होने वाले चुनाव में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है पर एक तिहाई से अधिक मतदाताओं की पसंद बनना आसान न होगा।
मुख्तार को मिले थे 97199 मत : मतों के मामले में जनपद स्तर पर मुख्तार अंसारी का ही कीर्तिमान कायम है। वर्ष 2012 में कौमी एकता दल के प्रत्याशी रहे मुख्तार अंसारी 70,210 मत पाकर जीते थे वर्ष 2017 में बसपा के प्रत्याशी बने मुख्तार के मतों में 26,989 की वृद्धि के साथ 97,199 मत मिले।