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आयकर विभाग का फेसलेस मूल्यांकन : कंप्यूटर तय करेगा, आपके टैक्स की जांच कौन अधिकारी करेगा

आइसीएआई नई दिल्ली की केंद्रीय परिषद् के सदस्य तथा उपाध्यक्ष (डायरेक्ट टैक्स समिति) प्रमोद जैन ने बताया कि फेसलेस मूल्यांकन में फेसलेस का मतलब टैक्सपेयर कौन है और आयकर अधिकारी कौन है उससे कोई मतलब नहीं होना चाहिए। इस व्यवस्था से अनावश्यक मुकदमेबाजी से भी बचा जा सकेगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 08:54 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 08:54 PM (IST)
आयकर विभाग का फेसलेस मूल्यांकन : कंप्यूटर तय करेगा, आपके टैक्स की जांच कौन अधिकारी करेगा
द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की ओर से बुधवार को फेसलेस मूल्यांकन विषय पर वेबिनार आयोजित हुआ।

वाराणसी, जेएनएन। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की वाराणसी शाखा की ओर से बुधवार को फेसलेस मूल्यांकन विषय पर वेबिनार आयोजित हुआ। इसमें मुख्य वक्ता आइसीएआई नई दिल्ली की केंद्रीय परिषद् के सदस्य तथा उपाध्यक्ष (डायरेक्ट टैक्स समिति) प्रमोद जैन ने बताया कि फेसलेस मूल्यांकन में फेसलेस का मतलब टैक्सपेयर कौन है और आयकर अधिकारी कौन है, उससे कोई मतलब नहीं होना चाहिए। पहले शहर का ही आयकर विभाग छानबीन करता था, लेकिन अब किसी भी राज्य या शहर का अधिकारी कहीं की भी जांच कर सकता है।

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ये सब भी कंप्यूटर से तय होगा कि कौन सा टैक्स असेसमेंट कौन करेगा। यहां तक कि असेसमेंट से निकला रिव्यू भी किस अधिकारी के पास जाएगा, ये किसी को पता नहीं होगा। इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि आयकर अधिकारियों से जान पहचान बनाने और दबाव बनाने के हथकंडे भी नहीं चलेंगे।

जैन ने बताया कि इस व्यवस्था से अनावश्यक मुकदमेबाजी से भी बचा जा सकेगा। उन लोगों के इससे दिक्कत होगी, जो गलत तरीके अपनाते थे और टैक्स नहीं भरते थे। उन्होंने बताया कि फेसलेस मूल्यांकन एक इलेक्ट्रिक प्रणाली है जिसके माध्यम से निर्धारित को किसी अधिकारी का सामना नहीं करना पड़ता है और अपनी शिकायत दर्ज करता है। मदद के लिए आधिकारिक या कर पेशेवर की आवश्यकता नहीं है, सिस्टम आपके लिए यहां है। आप कभी भी अपने घर पर विभाग से संपर्क कर सकते हैं। निर्धारिती को अपने पंजीकृत ईमेल आईडी पर अपनी क्वेरी के लिए प्रतिक्रिया मिलेगी। सभी प्रतिक्रियाएं आनलाइन उपलब्ध होंगी और किसी अधिकारी से संपर्क करने की आवश्यकता को दूर किया जाएगा।

सरकार ने मूल्यांकन के लिए एक जोखिम प्रबंधन प्रणाली के लिए अत्याधुनिक डिजिटल तकनीक को नियोजित किया है। स्वचालित परीक्षा उपकरण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग यह सुनिश्चित करेगा कि आयकर विभाग से कोई मानवीय हस्तक्षेप या कम हस्तक्षेप न हो। कोई सीमा कहीं भी, कभी भी इसका उपयोग नहीं करती है। फेसलेस कर निर्धारण प्रणाली को अधिक पारदर्शिता और दक्षता प्रदान करेगा। अध्यक्षता सीए सतीश चन्द जैन ने की। पैनेलिस्ट में शाखा अध्यक्ष अरुण कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष अमित कुमार गुप्ता, सचिव सोम दत्त रघु व कोषाध्यक्ष रवि कुमार ङ्क्षसह रहे। वेबिनार में शशिकांत गुप्ता, अचल श्रीवास्तव, राजेंद्र, अमित कपूर, तहजीब अनवर अंसारी, शम्स तबरेज खान, गोपाल टिबरेवाल, जहीर अहमद, अमरीश राज, जया खत्री, रजत मेहरा, रितेश गोगिआ, मिथिलेश गुप्ता, कैलाश नारायण गौतम, गौरव बरनवाल आदि शामिल रहे।


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