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बाहुबली प्रदीप और करंडा प्रमुख के खिलाफ रंगदारी का केस, जमीन को लेकर बजरंगी तक पहुंचा था मामला

रिंकू सिंह ने रिटायर्ड डीएसपी के बेटे लखनऊ निवासी प्रदीप सिंह के नाम पर धमकी देते हुए रंगदारी देने पर जान बख्श देने की बात कही।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 12:29 PM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 12:29 PM (IST)
बाहुबली प्रदीप और करंडा प्रमुख के खिलाफ रंगदारी का केस, जमीन को लेकर बजरंगी तक पहुंचा था मामला

वाराणसी, जेएनएन। कैंट पुलिस ने शराब कारोबारी महेश जायसवाल की तहरीर पर लखनऊ निवासी बाहुबली प्रदीप सिंह, करंडा गाजीपुर के ब्लाक प्रमुख राजेश उर्फ रिंकू सिंह और वाराणसी के कुख्यात श्रीप्रकाश मिश्र उर्फ झुन्ना पंडित, अभिषेक सिंह हनी समेत अन्य के खिलाफ रंगदारी व धमकी के मामले में केस दर्ज किया है। अभिषेक सिंह हनी को पुलिस ने सोमवार को ही रंगदारी के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है जबकि झुन्ना पंडित पंजाब की जेल में बंद है। प्रदीप सिंह और गाजीपुर के करंडा ब्लाक प्रमुख की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमें रवाना कर दी गई है। 

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पांच बीघे जमीन को लेकर पांच साल से चल रहा विवाद

श्रीनगर कालोनी पहडिय़ा निवासी महेश जायसवाल ने कैंट पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि लालपुर स्थित पांच बीघे जमीन पर अपने पार्टनर चरनजीत दत्ता व मांता चौहान के साथ प्लाटिंग का काम कर रहा था। इस बीच अजय गुप्ता निवासी चंद्रा चौराहा, सारनाथ ने कोर्ट में केस दाखिल कर दिया। मामला सुलझाने के नाम पर अजय गुप्ता उस झांसी की जेल में बंद मुन्ना बजरंगी के पास ले गया। मुन्ना बजरंगी के दबाव में महेश जायसवाल को एक करोड़ 40 लाख में समझौता करना पड़ा। महेश ने अपने पिता व पार्टनर के खाते से 20 लाख रुपये का भुगतान भी अजय को किया।

बजरंगी की हत्या के बाद मुकर गया, झुन्ना ने शुरू की पंचायत

बागपत जेल में बंद माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद अजय गुप्ता अपने वादे से मुकर गया। अजय ने झुन्ना पंडित से समझौता कर लिया। झुन्ना ने उक्त जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। तीन महीने पहले सुलह के नाम पर महेश जायसवाल को नदेसर बुलाया गया। वहां अजय के साथ करंडा ब्लाक प्रमुख रिंकू सिंह, तनुज पांडेय सहित दर्जनों असलहाधारी थे। जमीन की पंचायत के नाम पर रंगदारी मांगते हुए जेब में रखे दो लाख रुपये जबरन ले लिए। 

प्रदीप के नाम पर दी धमकी

रिंकू सिंह ने रिटायर्ड डीएसपी के बेटे लखनऊ निवासी प्रदीप सिंह के नाम पर धमकी देते हुए रंगदारी देने पर जान बख्श देने की बात कही। पुलिस की तफ्तीश में इस बात का भी खुलासा हुआ कि प्रदीप सिंह का मूल निवास टेकुरी चौबेपुर है।

हनी ने भी वसूले 50 हजार

महेश जायसवाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि तीन दिन पहले छावनी के एक होटल में अभिषेक सिंह हनी ने उसे बुलाया था। हनी ने भी प्रदीप सिंह के जरिए पंचायत करवाकर जमीन का मसला हल करने की बात कहते हुए रंगदारी मांगी। हनी ने पास में रखे 50 हजार रुपये ले लिए और डेढ़ लाख रुपये बाद में लेने की बात कही। पुलिस ने तहरीर के आधार पर प्रदीप सिंह, रिंकू सिंह, अभिषेक सिंह हनी, झुन्ना पंडित, अजय गुप्ता,तनुज पांडेय व अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। 


जरायम की दुनिया में बेचैनी, किसका गिरेगा विकेट

प्रदीप सिंह पर रंगदारी के मामले में वाराणसी के कैंट थाने में मुकदमे की खबर जरायम की दुनिया में जंगल में आग की तरह फैली। देखते ही देखते पूर्वांचल से लेकर राजधानी तक मोबाइल फोन की घंटियां बजने लगी। दो सिंडिकेट के बीच चल रहे सियासी घमासान के बीच खाकी वर्दी से लेकर अपराधी तक बेचैन हैं कि अब किसका विकेट गिरेगा। पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के बाद उसके आर्थिक साम्राज्य पर कब्जा जमाने की जंग चल रही है। 

साथी से बन बैठा दुश्मन

प्रदीप सिंह को कभी मुन्ना बजरंगी का खास माना जाता था। बजरंगी के साले पुष्पजीत और मैनेजर तारिक की हत्या के बाद प्रदीप सिंह की ताकत बढ़ती गई। इस बीच बागपत जेल में बजरंगी की भी हत्या हो गई। बजरंगी के बाद गैंग से जुड़े कई लोगों ने प्रदीप सिंह का दामन थाम लिया। बजरंगी की हत्या के बाद प्रदीप सिंह की शह पर जब हनी और उसके गुर्गों ने जब डीरेका में ठेके के लिए टेंडर डाला तो विरोधी गैंग को खटक गया। दोनों गुटों में मंडुआडीह में मारपीट भी हुई। विरोधी गुट प्रदीप गुट से पार नहीं पा रहा था। इस बीच प्रदीप के करीबी नितेश सिंह की तहसील सदर में 30 सितंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या में जौनपुर के एक बाहुबली का नाम उछला क्योंकि नितेश की कुछ दिनों पहले फोन पर ही हॉट-टॉक हुई थी। दोनों ने एक दूसरे को देख लेने की धमकी दी थी। इस बीच बाहुबली ने बजरंगी के विरोधी गैंग से हाथ मिला लिया। बाहुबली और प्रदीप सिंह में भी नितेश की हत्या को लेकर बहस हुई थी। बजरंगी की हत्या को लेकर प्रदीप सिंह की जौनपुर के बाहुबली से खटक गया था क्योंकि बाहुबली ने बजरंगी की हत्या को लेकर मार्केट से बड़ी वसूली की थी। नितेश की हत्या के बाद जब पुलिस ने बाहुबली के गुर्गों को गिरफ्तार करने की कोशिश की राजनीतिक दबाव के आगे मामला ठंडा पड़ गया। सूत्रों का दावा है कि जौनपुर में दबिश के बाद क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह तक का तबादला कर दिया गया। पुलिस पर दबाव इस कदर पड़ा कि नितेश सिंह के परिवार को किसी तरह की कोई सुरक्षा तक नहीं उपलब्ध कराई गई। परिवार भी इस हत्याकांड के राजफाश की उम्मीद खो चुका है। 


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