इधर परीक्षा शुरू, उधर धरना-प्रदर्शन
वाराणसी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध तीन मेडिकल कालेजों के बीएएमएस बैच की परीक्षा मान्यता के फेर में फंस गई है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध तीन मेडिकल कालेजों के बीएएमएस (सत्र 2018-19) बैच की परीक्षा मान्यता के फेर में फंस गई है। इन मेडिकल कालेजों को छोड़कर अन्य तीन कालेजों की परीक्षाएं सोमवार से शुरू हो गई। इसे लेकर डा. विजय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (कैथी), संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चुनार) व एपेक्स आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चुनार) के छात्रों में रोष है। परीक्षा न होने से क्षुब्ध डा. विजय के छात्र कैथी स्थित महाविद्यालय परिसर में तथा संतुष्टि के सुंदरपुर स्थित अस्पताल परिसर में धरना-प्रदर्शन किए। इस दौरान छात्रों ने कालेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
हंगामे की सूचना मिलते ही संतुष्टि अस्पताल में पुलिस भी पहुंच गई थी। इस दौरान छात्रों का कहना था कि दाखिला के दो वर्ष बीत जाने के बाद बीएएमएस (सत्र-2018-19) प्रथम व्यवसायिक परीक्षा अब तक नहीं हो सकी है, जबकि कालेज प्रबंधन छात्रों से प्रतिवर्ष 2,92,400 रुपये शुल्क भी ले चुका है। परीक्षा न होने के पीछे बीएएमएस (सत्र-2018-19) बैच मान्यता न होना बताया जा रहा है। इसके चलते विद्यापीठ सिर्फ तीन कालेजों की ही परीक्षा करा रहा है। वहीं, कालेज प्रशासन संतोषजनक जवाब भी नहीं दे रहा है। इसके चलते हम लोगों मीरजापुर से बनारस आना पड़ा।
मौके पर पहुंचे सुंदरपुर चौकी प्रभारी ने छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया। वहीं, छात्रों ने कालेज प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने व परीक्षा कराने की मांग की है। उधर डा. विजय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (कैथी) के छात्र भी देरशाम तक धरने पर बैठे रहे। कालेज प्रबंधन ने छात्रों को समझा कर शांत कराया। कहा कि मान्यता का प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। इसके कारण अभी परीक्षा नहीं हो पा रही है। कालेज प्रबंधन जल्द ही मान्यता मिलने व परीक्षा होने का छात्रों को आश्वासन दिया है।
श्रीकृष्ण आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चोलापुर), एसएएस आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (हरहुआ) व जीवन आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चंदौली) के छात्रों की परीक्षा विद्यापीठ मुख्य परिसर में कराई जा रही है। दोपहर 1.30 से शाम 4.30 बजे तक होने वाली बीएएमएस (सत्र-2018-19) प्रथम व्यवसायिक परीक्षा 11 नवंबर तक चलेंगी।