मां गंगा बेरोजगारों का भी करेंगी उद्धार, नॉलेज बेस्ड कोआर्डिनेटर सहित तमाम पद सृजित
वाराणसी में गंगा जल अब रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध कराएंगी। युवा पीढ़ी को गंगा से जोड़ने के साथ ही रोजगार भी सुलभ कराया जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। अमृत तुल्य गंगा जल अब रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध कराएंगी। परंपराओं व मान्यताओं के साथ ही युवा पीढ़ी को इस प्रयास के साथ गंगा और इसके उद्धार से जोड़ा जाएगा ताकि उन्हें रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जा सके। इस प्रकार अब मां गंगा बेरोजगारों का भी उद्धार करेंगी। गंगा नदी में प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने नमामि गंगे नामक प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस परियोजना के तहत नॉलेज बेस्ड कोआर्डिनेटर, वॉटर क्वालिटी मॉडलिंग स्पेशलिस्ट, एनवायरनमेंट स्पेशलिस्ट, एनवायरनमेंट इंजीनियर (वेस्ट वाटर मैनेजमेंट), सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, जीआइएस स्पेशलिस्ट, डेटाबेस मैनेजमेंट, प्रोक्योमेंट स्पेशलिस्ट जैसे तमाम पदों पर नियुक्तियां की जा रहीं है। इसके अलावा स्वरोजगार और सीएसआर प्रोजेक्ट्स के तहत भी गंगा पर कार्य चल रहा है। ये सब कार्य कुछ दिनों के लिए अपितु स्थायी रूप से चलने की संभावना है। ऐसे में अब गंगा से जुड़कर भी कॅरियर को नया आयाम दिया जा सकता है। वहीं नामामि गंगे के तहत लोगों को मां गंगा से जोड़ने की जिम्मेदारी कॅरियर गुरु रविंद्र सहाय को सौंपी गई है ताकि वह लोगों में प्रकृति व मां गंगा के प्रति भावनात्मक लगाव पैदा कर सकें। इसके अलावा उन्हें अच्छी कंयूनिकेशन स्किल, दोस्ताना व्यक्तित्व, ऊर्जावान व सकारात्मक सोच, अच्छी नेतृत्व क्षमता, टीम की भावना विकसित करने, समस्या निराकरण करने की क्षमता, गहरी इच्छा शक्ति सहित अन्य स्किल डेवलपमेंट करना है। इसका उद्देश्य लोगों में पर्यावरण व गंगा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। ऐसे में गंगा व पर्यावरण के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं है। सर्टिफिकेट कोर्स के नाम : सर्टिफिकेट इन एनवायरनमेंट स्टडीज। सर्टिफिकेट इन एनवायरनमेंट साइंस। डिप्लोमा। डिप्लोमा इन एनवायरनमेंट साइंस। डिप्लोमा इन एनवायरनमेंट लॉ। डिप्लोमा इन एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन। डिग्री कोर्स। बीएससी इन एनवायरनमेंट साइंस। बीएससी इन एनवायरनमेंट मैनेजमेंट। बीएससी इन एनवायरनमेंट साइंस। बीएससी इन लैंड एंड वॉटर मैनेजमेंट। मास्टर डिग्री। एमएससी टेक इन एनवायरनमेंट साइंस। एमएससी इन फिलासफी ऑफ एनवायरनमेंट साइंस। पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एनवायरनमेंट साइंस। एमएससी इन एनवायरनमेंट मैनेजमेंट।