बैंकाक के यात्री की विमान में मौत, बाबतपुर एयरपोर्ट पर विमान की हुई इमरजेंसी लैंडिंग
शुक्रवार को स्पाइसजेट एयरलाइंस के विमान एसजी 88 के बैंकॉक से दिल्ली जाते समय ही एक यात्री बीमार हो गया, इसके बाद विमान की वाराणसी में लैंडिंग कराई गई।
वाराणसी (जेएनएन) । शुक्रवार को बैंकॉक से दिल्ली जा रहे स्पाइसजेट एयरलाइंस के एक विमान में यात्री की तबीयत खराब हो जाने से के कारण वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मेडिकल इमरजेंसी लैंडिंग कराई गयी। लैंडिंग के बाद एयरपोर्ट से यात्री को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी व स्पाइसजेट एयरलाइंस के कर्मचारी तत्काल बाबतपुर स्थित एक निजी चिकित्सालय में पहुंचे जहां चिकित्सकों ने यात्री को मृत घोषित कर दिया।
दरअसल शुक्रवार को स्पाइसजेट एयरलाइंस का विमान एसजी 88 सुबह 7.45 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरा था। विमान जब वाराणसी हवाई क्षेत्र से गुजर रहा था उसी दौरान विमान में सवार बैंकॉक निवासी 53 वर्षीय यात्री अट्टावट थांग कसोर्न की तबीयत एकाएक बिगड़ गई। अधिकारियों की मानें तो जिस समय यात्री की हालात बिगड़ी उस समय विमान करीब 36 हजार फीट ऊपर था। उसके बाद पायलट ने तत्काल वाराणसी एटीसी से संपर्क किया और यात्री की स्थिति बताते हुए तत्काल विमान उतारने का इजाजत मांगा। इजाजत मिलती ही पायलट तत्काल की मांग को लेकर वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचा जहां विमान की मेडिकल इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान के आपातकालीन लैंडिंग से पहले ही एटीसी द्वारा एयरपोर्ट के अधिकारियों तथा एयरलाइंस को सूचित कर दिया गया था। जिससे एयरलाइंस व एयरपोर्ट के अधिकारी एम्बुलेंस के साथ एप्रन पर तैनात थे। विमान उतरने के बाद एयरपोर्ट पर तैनात स्पाइसजेट एयरलाइंस के कर्मचारी सूर्य प्रकाश द्विवेदी और एयरपोर्ट अथॉरिटी सन्तोष मौर्या तथा यात्री की पत्नी छयानीन्द्र थांग कसोर्न व बहन तत्काल एम्बुलेंस से लेकर यात्री को बाबतपुर स्थित एक निजी चिकित्सालय में पहुंचे जहां चिकित्सकों ने यात्री को मृत घोषित कर दिया। यात्री अपने परिवार के 8 सदस्यों के साथ दिल्ली जा रहा था। यात्री की मौत के बाद उसके साथ के सभी सदस्य वाराणसी एयरपोर्ट पर रुक गए जिनका एयरपोर्ट पर कस्टम इमिग्रेशन किया गया और उनको एयरपोर्ट पर बैठा कर रखा गया। जबकि अन्य यात्रियों को लेकर स्पाइसजेट एयरलाइंस का विमान 12:05 बजे दिल्ली एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान किया।
पत्नी की भाषा नहीं समझ पा रहे थे लोग
विमान के एयरपोर्ट पर उतरने के बाद अट्टावट थांग कसोर्न की पत्नी छयानीन्द्र थांग कसोर्न को अंग्रेजी भाषा की बहुत अच्छी जानकारी नहीं थी। वह कुछ बातें तो अंग्रेजी में बोल रही थी जबकि अधिकतर थाई भाषा का इस्तेमाल कर रही थी। एयरपोर्ट पर थाई भाषा को समझने वाला कोई नहीं था जिससे लोग काफी परेशान हुए। बाद में थाई स्माइल एयरवेज के स्थानीय मैनेजर अंकुर सिंह को बुलाया गया तो उन्होंने छयानीन्द्र की बातों को ट्रांसलेट कर अधिकारियों को बताया। बैंकॉक में रहने वाले अपने परिचितों से मृतक के घरवालों से बात कराई।
7 घंटे अस्पताल में पड़ा रहा शव, शाम को पीएम हेतु भेजा गया
यात्री को बाबतपुर स्थित निजी चिकित्सालय में ले जाने के बाद जब उसकी मौत की पुष्टि हो गई तो 7 घंटे तक उसके शव को हॉस्पिटल में उसी तरह बेड पर रखा गया था। इस दौरान उसकी पत्नी व उसकी बहन काफी परेशान दिखी। इतने देर तक बॉडी रखने का मुख्य कारण रहा कि बाबतपुर एयरपोर्ट फूलपुर थाना क्षेत्र में है और यात्री की मौत की पुष्टि जिस अस्पताल में हुई थी वह अस्पताल बड़ागांव थाना क्षेत्र में आता है। मामला विदेशी नागरिक का होने के चलते पहले तो दूसरे थाना क्षेत्र से पीएम रिपोर्ट भरने की बात हुई। बाद में नायाब तहसीलदार के आने पर बड़ागांव पुलिस ने पीएम रिपोर्ट भरी और शाम 5.30 बजे शव को पीएम के लिए भेजा गया। इस दौरान मृतक के साथ के चार लोगों को होटल में ठहरा दिया गया था जबकि तीन लोग मृतक के साथ पीएम हाउस तक गए।
6 महीने से डॉक्टर विहीन है एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट
मालूम हो कि एयरपोर्ट पर चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए विमानों के आवागमन के दौरान एक चिकित्सक तैनात रहना चाहिए। पहले एयरपोर्ट पर एक चिकित्सक तैनात था लेकिन पिछले अप्रैल माह में वह एक मामले में जेल चला गया उसके बाद से आजतक एयरपोर्ट पर किसी चिकित्सक की तैनाती नहीं की गयी। जबकि पिछले माह वाराणसी आए स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से इस बाबत बात किया गया तो उन्होंने कहा था कि मामला जानकारी में है और एयरपोर्ट पर डॉक्टर की तैनाती के लिए वे वाराणसी आए हैं। लेकिन आज तक एयरपोर्ट पर चिकित्सक की तैनाती नहीं की गयी केवल एक कंपाउंडर के द्वारा एयरपोर्ट पर चिकिसकीय सेवाएं उपलब्ध करायी जाती हैं। एयरपोर्ट पर चिकित्सक की तैनाती ना होने का खामियाजा शुक्रवार को विदेशी यात्री को भुगतना पड़ा। डॉक्टर ना होने के चलते यह भी स्पष्ट नहीं हो सका कि यात्री की मौत विमान से उतरने से पहले हो गई थी या रास्ते में हुई।