सोनभद्र के म्योरपुर क्षेत्र में हाथियों का उत्पात, छत्तीसगढ़ के सुरक्षित वन क्षेत्र में भेजने की हो रही कोशिश
बभनी व बीजपुर के विभिन्न गांवों में एक महीने से उत्पात मचाया हाथियों का झुंड गुरुवार की रात में रिहंद डैम को पार करके म्योरपुर वन रेंज क्षेत्र में पहुंच गया।
सोनभद्र, जेएनएन। छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश की सीमा से सटे बभनी व बीजपुर के विभिन्न गांवों में एक महीने से उत्पात मचाया हाथियों का झुंड गुरुवार की रात में रिहंद डैम को पार करके म्योरपुर वन रेंज क्षेत्र में पहुंच गया। शुक्रवार को दिन में हाथियों का झुंड म्योरपुर वन रेंज के खंता के पास स्थित हड़ही पहड़ी में ही रहा। बस्ती के समीप हाथियों के होने के कारण आस-पास के लोगों में दहशत का माहौल है। हाथी गांव के लोगों को किसी तरह से प्रभावित न करने पाएं इसके लिए वन विभाग की टीम नजर बनाई हुई है।
करीब एक माह पहले सबसे पहले बीजपुर क्षेत्र में आया हाथियों का झुंड जमकर उत्पात मचाया। इसके बाद जब वन कर्मियों ने उन्हें खदेड़ा तो यह झुंड बभनी इलाके में छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे गांवों में पहुंच गए। वहां दिन में जंगलों में रहते थे और रात होते ही बस्तियों में पहुंचकर फसलों केा बर्बाद करने, घरों को गिराने काम शुरू कर देते। इस बीच डूमररहर गांव में एक व्यक्ति को कुचलकर मार दिया और दो अन्य लोगों को गंभीर रूप से घायल भी कर दिया था। हाथियों का झुंड करीब एक सप्ताह पहले पुन: बीजपुर इलाके में पहुंच गया। वहां जब उत्पात मचाना शुरू किया तो वन विभाग ने हाथियों को जंगल की ओर ले जाने वालों की विशेष टीम बनाया। टीम गुरुवार को आ भी गई। जब टीम ने ऑपरेशन शुरू किया तो हाथियों का झुंड रिहंद डैम के रास्ते म्योरपुर इलाके में पहुंच गया है। यहां खंता के पास जंगल में अभी उत्पात कर रहे हैं।
म्योरपुर वन क्षेत्र में दहशत का माहौल
हाथियों के आने की सूचना ग्राम प्रधान प्रेमचंद्र यादव ने तीन बजे सुबह फोन किया। वन विभाग को सूचना दिया कि प्रधान के सूचना के तुरंत बाद म्योरपुर थानाध्यक्ष रमेश चन्द्र व वन क्षेत्रीय अधिकारी शाहजादा स्माइलुद्दीन मय फोर्स मौके पर पहुंचकर हाथियों का जायजा लिया। रेंजर ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि हाथियों के नजदीक लोग न आएं। हाथी समझदार जानवर है हाथी छेड़े नहीं। वन विभाग की टीम हाथियों पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने बताया कि करीब एक माह से हाथी जरहां रेंज, बभनी रेंज में आया। इस दौरान सीता राम यादव, दीप नरायण यादव, श्याम नरायण, पवन श्रीवास्तव, सानू अंसारी, वन दारोगा विजेंद्र सिंह, फारेस्टर ओम प्रकाश जायसवाल आदि मौजूद थे।