देह व्यापार कराने में संचालक समेत आठ गए जेल, विदेशी युवती समेत पांच के वीजा पासपोर्ट जब्त
कैंट थाना क्षेत्र के पहडिय़ा स्थित संजय नगर कालोनी में रविवार रात की गिरफ्तार मुख्य सरगना आरोपित संजय सिंह समेत आठ को पुलिस ने सीजीएम के अदालत में पेश किया
वाराणसी, जेएनएन। कैंट थाना क्षेत्र के पहडिय़ा स्थित संजय नगर कालोनी में रविवार रात की गिरफ्तार मुख्य सरगना आरोपित संजय सिंह समेत आठ को पुलिस ने सीजीएम के अदालत में पेश किया जहां उन्हें 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। रविवार की रात देह व्यापार भंडाफोड़ होने के बाद गिरफ्तार सरगना के मुख्य आरोपित संजय सिंह ने पुलिस के पूछताछ में बताया है कि देश ही नही विदेश से भी अलग-अलग जगहों से युवतियों को लाकर व्यापार बोली लगाई जाती थी। इस कमाई से कई संपति बनाई है। हाल के दिनों में स्कार्पियो ली थी। संजय ने पुलिस बताया की रविवार को पुलिस के आने सूचना के कुछ देर पहले ही उज्बेकिस्तान की रहने वाली विदेशी युवती समेत पांच भाग निकले थे।
फरार युवती के खिलाफ लुक आउट नोटिस
देह व्यापार में संलिप्त उज्बेकिस्तान की रहने वाली युवती के लिए कैंट पुलिस ने पत्राचार कर अप्रवासन विभाग से संपर्क कर बीजा पासपोर्ट रद्द कराने की संस्तुति की जाएगी।
आरोपित संजय सिंह पर गंैगस्टर की कार्रवाई
देह व्यापार के मुख्य आरोपित संजय सिंह पर पुलिस ने सख्ती करते हुए संपत्ति को जब्त कर गैंगस्टर की कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
पिस्टल समेत 46 अवैध कारतूस बरामद
देह व्यापार के आरोपित सरगना संजय सिंह के उक्त मकान से पुलिस ने लाइसेंसी पिस्टल समेत 46 अवैध कारतूस बरामद हुए है। पुलिस बरामद कारतूस की भी जांच कराएगी की इतने मात्रा में कारतूस आए कहा से इन सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को बताया की वो कई वर्षो से देह व्यापार चला रहा था। पुलिस को शक होने से पूर्व जगह बदल दिया करता था। कालोनी वासियों ने बताया की करीब पांच माह से यहां लोगों का आना जाना शुरू हुआ था। कालोनी में कोई आपत्ति करता तो शराब के नशे में पिस्टल से डराकर कर रखता बड़ी-बड़ी गाडिय़ों में लड़केव लड़कियां आती थी, लेकिन कोई बोल नहीं पा रहा था। कैंट थाना प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी ने बताया कि गिरफ्तार चार युवतियों में तीन असम की हैं और एक डीएलडब्ल्यू की हैं। हालांकि असम की लड़कियां मुंबई में ही रहती हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपित की पहुंच सफेदपोशों तक होने के कारण थाने पर लगातार फोन की घंटियां घनघना रही थी, लेकिन मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण कोई बोलने को तैयार नहीं हो रहा था। वहीं थाने के आसपास भी कई लोग सिफारिश के लिए घूमते हुए दिखाई दे रहे थे।