Sri Kashi Vishwanath Temple सप्तऋषि आरती में रजवाड़े और अखाड़ों के आठ अर्चकों को मिली अनुमति
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में शुक्रवार को रजवाड़े और अखाड़ों के आठ अर्चकों को सप्तऋषि आरती की अनुमति दे दी गई।
वाराणसी, जेएनएन। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में शुक्रवार को स्टेटों और अखाड़ों के आठ अर्चकों को सप्तऋषि आरती की अनुमति दे दी गई। हालांकि महंत परिवार को आरती से अलग रखा गया है।
श्री काशी विश्वनाथ दरबार के रेड जोन में कैलाश महादेव मंदिर का गुंबद क्षतिग्रस्त होने को लेकर उठे विवाद के बाद मंदिर प्रशासन ने महंत परिवार और अर्चकों को सप्तऋषि आरती में भाग लेने से रोक दिया था। इसी मामले की एडीएम सिटी और अपर पुलिस अधीक्षक सुरक्षा की टीम बनाकर जांच सौंपी गई।
दोनों अधिकारियों ने जांच सौंप दी। रिपोर्ट में कहा गया कि मंदिर टूटने की अफवाह फैलाने में कुलपति तिवारी, शशि भूषण तिवारी उर्फ गुड्डू महाराज का आचरण आपत्तिजनक रहा है। प्रथम दृष्टया उन्माद के षडयंत्र फैलाने की साजिश करने के ये लोग दोषी पाए गए हैं। इसके विपरीत रजवाड़े व अखाड़ों के प्रतिनिधि के रूप में सप्तऋषि आरती में भाग लेने वाले अर्चकों की भूमिका असत्य या अफवाह फैलाने में नहीं रही है। इन लोगों ने कार्यालय में उपस्थित होकर सामूहिक रूप से क्षमा याचना की और आरती में भाग लेते रहने की अनुमति मांगी। इस आधार पर आठ अर्चक राजीव प्रकाश मिश्र, रामानंद दुबे, सुनील दुबे, अभिषेक कुमार चौबे, संतोष कुमार दुबे, लक्ष्मीकांत भट्ट, अनिल चौबे, शिव नारायण मिश्र को मंदिर न्यास ने सप्तऋषि आरती में आरती की अनुमति दे दी है। साथ ही कहा गया है कि यह आदेश प्रशासन, पुलिस द्वारा भविष्य में पारित होने वाले किसी आदेश की परिधि में होगी। रजवाड़े और अखाड़ों से भविष्य में नए अर्चक का नाम मिलने पर यह अनुमति खुद निरस्त मानी जाएगी। यह आदेश शासन के लॉकडाउन आदि की गाइड लाइन के अनुरूप है।
रिपोर्ट के आधार पर बाकी अर्चकों का पास बहाल कर दिया गया
रिपोर्ट के आधार पर बाकी अर्चकों का पास बहाल कर दिया गया है। जिन लोगों ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया उन पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।
कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी वाराणसी।