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श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन उपलब्ध कराएगा डिजिटल प्लेटफार्म, सात समुंदर पार से कर सकेेंगे पूजन और अनुष्‍ठान

पौराणिक नगरी काशी में द्वादश ज्‍योर्तिलिंगों में से एक काशी विश्‍वनाथ में बाबा दरबार को अब डिजिटल करने की तैयारी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 10:02 AM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 01:48 PM (IST)
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन उपलब्ध कराएगा डिजिटल प्लेटफार्म, सात समुंदर पार से कर सकेेंगे पूजन और अनुष्‍ठान
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन उपलब्ध कराएगा डिजिटल प्लेटफार्म, सात समुंदर पार से कर सकेेंगे पूजन और अनुष्‍ठान

वाराणसी, जेएनएन। डिजिटल इंडिया की पहल के बाद से अब धार्मिक अनुष्‍ठान और पूजा पाठ भी अब डिजिटल होने की ओर है। इसी क्रम में पौराणिक नगरी काशी में द्वादश ज्‍योर्तिलिंगों में से एक काशी विश्‍वनाथ में बाबा दरबार को अब डिजिटल करने की तैयारी है। विश्वनाथ मंदिर में पूजन-अनुष्ठान के विधान अब दूर देश में बैठे लोग भी पूरे कर सकेंगे। बाबा विश्‍वनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से इसके लिए ई पूजा की व्यवस्था की जा रही है। इसके बाद देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आस्‍थावानों के लिए पूजन अनुष्‍ठान का रास्‍ता खुल जाएगा।

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जिस तरीके से तैयारियां शुरू हुई हैं उम्‍मीद है क‍ि इसे इसी साल डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पूरी दुनिया के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके जरिए विश्व के किसी भी देश में बैठे श्रद्धालु वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए आनलाइन पूजा-अनुष्ठान में शामिल हो सकेंगे और पुण्‍य के भागी बन सकेंगे। इसके लिए कंपनी चयन के लिए निविदा प्रक्रिया रविवार से शुरू होने जा रही है जिसे छह नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद तय कंपनी ही आनलाइन पूजा और अनुष्‍ठानों को पूरा कराने के लिए अधिकृत हो जाएगी।  

फर्म चयन के बाद एक माह के भीतर उत्तरी अमेरिका, यूरोप, दक्षिण पूर्व एशिया, उत्तरी अफ्रीका, आस्टे्रलिया, फिजी, मारीशस आदि देशों से श्रद्धालु डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पूजा की सभी सुविधाएं पा सकेंगे। इसमें रूद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप समेत अन्य अनुष्ठान होंगे। इसके लिए आनलाइन तय धनराशि जमा करनी होगी। उनकी इच्छानुसार  तिथि -समय आवंटन कर पूजन-अभिषेक किए जाएंगे। इसके साथ ही प्रसाद भी भेजा जाएगा। दुनिया भर के सनातन धर्मियों की आस्था व श्रद्धा के केंद्र बाबा दरबार में चार साल पहले भी आनलाइन पूजा शुरू की गई थी। इसकी जिम्मेदारी फिल्म अभिनेता डिनो मोरिया की कंपनी को दिया गया था लेकिन विवाद होने के कारण व्यवस्था भंग कर दी गई थी।

काशी विश्वनाथ मंदिर सुंदरीकरण  के लिए लोनिवि का नया खंड

वाराणसी के विश्वविख्यात श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण-सुंदरीकरण परियोजना का काम अब तेजी से परवान चढ़ेगा। परियोजना को गति देने के लिए शासन ने लोक निर्माण विभाग का लखनऊ स्थित खंड वाराणसी स्थानांतरित करने के लिए मंजूरी दे दी है। लोक निर्माण विभाग ने इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया है। 

शासनादेश के मुताबिक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण/सुंदरीकरण परियोजना के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग के लखनऊ स्थित अस्थायी नियोजन एवं अनुश्रवण खंड-4 को वाराणसी स्थानांतरित किए जाने को स्वीकृति दे दी गई है। इस खंड को निर्माण खंड-3 लोक निर्माण विभाग वाराणसी के तौर पर पुनस्र्थापित किया गया है। मुख्य अभियंता, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लोक निर्माण विभाग प्रयागराज और अधीक्षण अभियंता वाराणसी वृत्त इस खंड के नियंत्रक अधिकारी होंगे। 

गृह, गोपन और धर्मार्थ कार्य के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की ओर से जारी आदेश के अनुसार पीएमजीएसवाई प्रयागराज के मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश श्रीकाशी विश्वनाथ परियोजना के प्रभारी मुख्य अभियंता होंगे। लोकनिर्माण विभाग लखनऊ में यातायात खंड के अधिशासी अभियंता सिविल संजय गोरे श्रीकाशी विश्वनाथ परियोजना को अधिशासी अभियंता तैनात किए गए हैैं। 

अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने 11 अक्टूबर को जारी शासनादेश का हवाला देते हुए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। खंड क्रियाशील करते हुए इस संबंध में औपचारिक बैठक कर 24 अक्टूबर तक आख्या भी मांगी गई है। 


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