वायु प्रदूषण की मार : काशी में लोगों की सांसों में जहर घोल रहे धूल के उड़ते गुबार
काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय को जाने वाले मार्ग पर मरीजों व उनके परिजनों का पैदल चलना भी मुहाल हो गया है
वाराणसी, जेएनएन। काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय को जाने वाले मार्ग पर मरीजों व उनके परिजनों का पैदल चलना भी मुहाल हो गया है। इस मार्ग पर पिछले कई दिनों से मिट्टी गिरने से आने-जाने वाले वाहनों से धूल का गुबार उठ रहा है। जिससे लोगों का सास लेना भी मुहाल हो गया है। लोग मुह पर गमछा, रूमाल व हाथ से नाक ढक कर जाने को विवश हैं। बीएचयू के कर्मचारियों का कहना है कि ये सब हो रहा है टैक्टर-ट्राली चालकों व ठेकेदारों की मनमानी से। इस मार्ग पर कई भवनों का निर्माण कार्य हो रहे हैं।
चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के पीछे 100 बेड के एमसीएच विंग का निर्माण चल रहा है। ग्राउंड समेत यहां पांच फ्लोर का भवन बन रहा है। भवन के बगल में पानी के प्लांट के लिए जेसीबी से मिट्टी निकाली जा रही है। दो टैक्टर-ट्राली से पिछले एक सप्ताह से दिनभर मिट्टी ढोई जा रही है। ओवर लोड ट्राली से गिली मिट्टी एमएस आफिस मार्ग, महिला महाविद्यालय तीराहा, मधुबन, विधि संकाय आदि रास्तों पर गिर रही है। जिससे आने-जाने वाले वाहनों से धूल का गुबार उठ रहा है।
ऐसे में लोगों का पैदल चलना भी मुहाल हो गया है। शुक्रवार की दोपहर में कुछ लोगों ने एक ओवर लोड ट्रैक्टर-ट्राली को महिला महाविद्यालय के पास रोक दिया था। साथ ही इसकी शिकायत प्राक्टोरियल बोर्ड से भी की। इसके बाद भी मनमारी जारी रही। सड़क के दोनों तरफ गिराया बिल्डिंग मैटेरियल एमएस आफिस जाने वाले सड़क पर व किनारे बिल्डिंग मटेरियल गिराया गया है। इससे वहां से जाने वाले वाहनों से उठने वाली धूल-गर्द से मरीजों व लोगों को गुजरना पड़ता है। स्थिति यह है कि सड़क पर गिट्टी, लाल बालू आदि पड़ा है।
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