वाराणसी में वाहनों में लगा रहे डुप्लीकेट हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, स्कैन करने पर डाटा लापता
शासन ने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाने पर सख्ती दिखाई तो लोगों उसमें भी फर्जीवाड़ा करना शुरू कर दिया। नंबर प्लेट बनाने वाले दुकानदारों ने डुप्लीकेट हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाकर वाहनों में लगाना शुरू कर दिया।
वाराणसी, जेएनएन। शासन ने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाने पर सख्ती दिखाई तो लोगों उसमें भी फर्जीवाड़ा करना शुरू कर दिया। नंबर प्लेट बनाने वाले दुकानदारों ने डुप्लीकेट हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाकर वाहनों में लगाना शुरू कर दिया। गाड़ी मालिकों को भरोसा दिला रहे हैं कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में बार कोड भी लगा है।
नंबर प्लेट पर बार कोड का फर्जी स्टीकर तक लगा दे रहे हैं लेकिन स्कैन करने पर उसमें कुछ भी नहीं आ रहा है। जबकि जनपद में डीलर के अलावा किसी भी बाहरी दुकानदार को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का जिम्मा नहीं मिला है। शासन स्तर पर वेंडर को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम देने की तैयारी चल रही है।
फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चोरी की वाहनों चढऩे वालों, सुरक्षा को देखते हुए शासन ने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दिया है। जनवरी-2019 से डीलरों ने नई वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना शुरू कर दिया है। पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की कोई व्यवस्था नहीं है। परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने सभी आरटीओ को दिसंबर तक हरहाल में सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने का निर्देश दिया था। अब फरवरी तक कर दिया है।
इसके चलते परिवहन कार्यालय में डुप्लीकेट आरसी, पंजीयन नवीकरण, फिटनेस आदि काम एक सप्ताह तक बंद रहा। गाड़ी मालिकों की परेशानी को देखते हुए मुख्यालय ने नवंबर तक आरटीओ को मोहलत दी है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होने वाहनों का किताब नहीं मिलता है। डीलर नए वाहनों में जब तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाकर अप्रुवल नहीं करेगा तब तक परिवहन कार्यालय से उस गाड़ी का पंजीयन किताब नहीं मिलेगा।