वाराणसी में धूप और साफ आसमान से न हों हैरान, जल्द ही बादल करने जा रहे हैं परेशान
नए साल में ठंड गलन और धूप का मिला जुला नजारा भले ही सुखद लग रहा हो लेकिन आने वाले कुछ घंटों के बाद बादलों की सक्रियता भी होने जा रही है और पूर्वांचल के आसमान में बादलों का कब्जा तो होगा ही मगर इसके पीछे गलन भी आ जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। नए साल में ठंड, गलन और धूप का मिला जुला नजारा भले ही सुखद लग रहा हो लेकिन आने वाले कुछ घंटों के बाद बादलों की सक्रियता भी होने जा रही है और पूर्वांचल के आसमान में बादलों का कब्जा तो होगा ही मगर इसके पीछे गलन भी आ जाएगी और धूप की तल्खी भी खत्म हो जाएगी। वहीं बादलों की चुनौती खेती किसानी और आम जन जीवन को भी प्रभावित करेगा। ि
शनिवार की सुबह आसमान साफ रहा और सुबह कोहरा जल्द ही छंटने के साथ आसमान में धूप काबिज हो गई। सुबह की गलन जल्द घुल गई और आसमान में सूरज के असर से लोगों के शरीर से गर्म कपड़े भी उतर गए। ठंडी हवा शांत हो गई और दिन चढ़ने के साथ धूप गुनगुनी से चुनचुनाहट वाली होती चली गई। पारे में इजाफा हुआ तो लगा मानो नया साल रजाई से अब कंबल ओढ़ाने को बेताब हो। दोपहर तक धूप की तल्खी बरकरार रही और लोग धूप भी सेंकते नजर आए। हालांकि, यह मौसमी छलावा क्षणिक ही साबित होने जा रहा है। जल्द ही आसमान में बादल काबिज होंगे और वातावरण से पर्याप्त नमी मिली तो बादल बूंदाबांदी भी करा सकते हैं।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 80 फीसद और न्यूनतम 70 फीसद दर्ज किए गए। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार मध्य उत्तर प्रदेश तक बादलों की सक्रियता बनी हुई है। जबकि हवाओं का रुख पछुआ होने की वजह से बादलों की सक्रियता का असर पूर्वांचल तक आने की उम्मीद है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगर वातावरण से पर्याप्त नमी मिली तो पूर्वांचल में बूंदाबांदी भी हो सकती है।