जौनपुर के बदलापुर के विधायक रमेश मिश्र के आरोप पर जिला अस्पताल की शुरू हुई जांच
जौनपुर जिला अस्पताल में गंभीर मरीजों के शोषण के मामले में बदलापुर विधायक के तेवर से जिला प्रशासन में खलबली मच गई है।
जौनपुर, जेएनएन। जिला अस्पताल में गंभीर मरीजों के शोषण के मामले में बदलापुर विधायक के तेवर से जिला प्रशासन में खलबली मच गई है। मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला मामले की जांच करने के लिए अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने एक माह का रिकार्ड मांगा है।
विधायक रमेश मिश्र ने दो दिन पूर्व अचानक रात को जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों को वाराणसी के एक प्राइवेट अस्पताल में भेजकर कमीशन लेने का आरोप लगाया। कहा कि अस्पताल संचालक मरे हुए व्यक्तियों के परिवारवालों से भी लाखों रुपये वसूल ले रहा है। बदलापुर क्षेत्र के सात मरीज एक माह में उस अस्पताल में जाकर उपचार के नाम पर कर्जदार हो चुके हैं। इस खेल में अस्पताल के चिकित्सक, कर्मचारी और प्राइवेट एम्बुलेंस चालक लंबे समय से लगे हैं। विधायक ने मौके परिसर में खड़े प्राइवेट एम्बुलेंस का नंबर भी नोट करवाया। सोशल मीडिया में उनका वीडियो वायरल होने और उनके द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। मामले की जांच के लिए सीडीओ, सीएमओ जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने जुलाई माह से अब तक उपचार के लिए आए मरीजों, कितने कोरोना पाजिटिव मिले, कितने भर्ती किए गए और कितने को वाराणसी रेफर किया गया। रेफर होने के बाद वह 108 एम्बुलेंस से गए या प्राइवेट एंबुलेंस से भेजा गया आदि रिकार्ड मांगा है। इस कार्रवाई से मरीजों का शोषण करने वालों में खलबली मची हुई है।
दवा की दुकानों पर छापा, भारी मात्रा में दवाएं जब्त
बिना लाइसेंस के अधोमानक व नकली दवाओं की बिक्री की शिकायत पर औषधि एवं प्रशासन विभाग की टीम मंगलवार को आकस्मिक छापेमारी की। पंवारा क्षेत्र के सरायबीका में बिना लाइसेंस के संचालित दुकान से 80 हजार कीमत की दवाएं जब्त की गईं वहीं बदलापुर से दो दुकानों से नमूने लिए गए। टीम के आने की सूचना पर अवैध कारोबारियों में खलबली मच गई है।
सहायक आयुक्त औषधि केजी गुप्ता के यहां शिकायत मिली थी कि बदलापुर और पंवारा के सरायबीका में दवा का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए आयुक्त ने प्रभारी औषधि निरीक्षक जौनपुर अमित बंसल, वाराणसी सौरभ दुबे, गाजीपुर राहुल कुमार की एक टीम गठित करते हुए सुबह दस बजे तक डीएम कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया। औषधि निरीक्षक अमित बंसल ने बताया कि बदलापुर में एक मेडिकल एजेंसी व मेडिकल स्टोर की जांच की गई। यहां से दो दवाओं का नमूना लिया गया। वहीं सरायबीका स्थित एक मेडिकल स्टोर में आकस्मिक छापेमारी की गई। व्यवसाई से जब लाइसेंस मांगा गया तो वह नहीं दिखा सका। दुकान को सील करते हुए लगभग 80 हजार रुपये कीमत की दवाएं जब्त की गईं। उन्होंने बताया कि नकली के संदेह पर तीन दवाओं का नमूना भी लेकर जांच के लिए भेजा गया है।