आइपीएल के मैच में सट्टे का डिजिटल खेल, लगाम लगाने को खास इंतजाम नहीं
इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) शुरू होते ही सट्टेबाज सक्रिय हो गए हैं। इस डिजिटल खेल में बड़े-बड़े लोग संलिप्त रहते हैं जिन तक पुलिस का डंडा नहीं पहुंच पाता है। पुलिस की पकड़ छोटे-मोटे सटोरियों तक रहती है। बुकी व सटोरियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। शहर में बेखौफ जुआरी व सटोरिए लाखों की कमाई कर रहे हैं। यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) शुरू होते ही सट्टेबाज सक्रिय हो गए हैं, लेकिन पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनी हुई है। हालांकि एक-दो जगहों पर कार्रवाई हुई। बावजूद इसके लगाम लगाने के लिए अब तक कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं। दरअसल, इस डिजिटल खेल में बड़े-बड़े लोग संलिप्त रहते हैं, जिन तक पुलिस का डंडा नहीं पहुंच पाता है। पुलिस की पकड़ छोटे-मोटे सटोरियों तक रहती है।
सूत्रों के अनुसार शहर में करीब 50 से अधिक बुकी हैं। करीब दो माह तक चलने वाले आइपीएल के दौरान एक बुकी कमीशन के तौर पर लाखों रुपये कमाकर युवाओं को कंगाली की तरफ मोड़ रहा है। हालात यह है कि शहर में पुलिस व्यवस्थाओं को धता बताते हुए सटोरिए प्रतिदिन लाखों रुपये का दाव क्रिकेट सट्टे पर लगा रहे हैं। मैच की प्रत्येक गेंद लाखों रुपये इधर-उधर करती हुई निकल जा रही है। शहर में ही करीब 25 से 30 जगहों पर बड़े सट्टेबाजी सेंटर होने की बात सामने आ रही है, जिन पर मैच के दौरान करोड़ों रुपयों का दाव खेला जाता है। शहर के बुकियों का सीधा संपर्क दूसरे राज्यों के नेटवर्क से जुड़ता है। दरअसल, इस डिजिटल खेल में बड़े-बड़े लोग संलिप्त रहते हैं, जिन तक पुलिस का डंडा नहीं पहुंच पाता है। पुलिस की पकड़ छोटे-मोटे सटोरियों तक रहती है। इस मामले में पुलिस को अभी तक बड़ी सफलता नहीं मिली है। सूत्रों की मानें तो पुलिस महकमा इस बात से वाकिफ है कि क्रिकेट के हर बड़ी स्पर्धा में शहर से ही करोड़ों रुपये का सट्टा लगता है। ऐसे में बुकी व सटोरियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
केस नंबर 1
क्राइम ब्रांच व लंका पुलिस ने गत सोमवार को आइपीएल में सट्टा लगवाने के आरोप में तीन युवकों को हिरासत में लेकर छह लाख 23 हजार रुपये और छह मोबाइल बरामद किए थे।
केस नंबर 2
27 सितंबर को सारनाथ के दीनापुर में पुलिस ने आइपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा लगाते हुए एक सट्टेबाज को पकड़ लिया था। छापेमारी में मौका देख दो सट्टेबाज भाग गए थे। उनके पास से 13 मोबाइल, 49550 रुपये व दस्तावेज बरामद किए गए थे।
आरोपित भी पकड़ में आए हैं
आइपीएल में सट्टेबाजी को देखते हुए पुलिस सक्रिय है। पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीमों द्वारा लगातार ऐसे स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। आरोपित भी पकड़ में आए हैं।
-एसएसपी अमित पाठक
भाव पर आधारित खेल, फंस रहे युवा
कौन टास जीतेगा और बल्लेबाजी या गेंदबाजी करेगा, इस पर भाव लगता है। इसके बाद पहली टीम 20 ओवर में कितना रन बनाएगी, कौन खिलाड़ी कितना रन और विकेट लेगा, इस पर भी दाव लगाया जाता है। किस ओवर में कितने चौके और छक्के लगेंगे, इसके लिए दाव पर रुपये लगाए जाते हैं। सूत्रों के अनुसार सट्टा के बड़े खिलाड़ी शहर के कई क्षेत्रों में हैं, जहां से वह इसे संचालित करते हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर युवाओं ने बताया कि यह सट्टेबाजी की मानीटरिंग दिल्ली, मुंबई, पश्चिम बंगाल से की जाती है। इसमें बुकी के द्वारा एक लिंक भेजा जाता है और उसी पर पैसा भेजा जाता है। मैच जीतने या हारने की स्थिति पर मोबाइल वैलेट पर पैसा ट्रांसफर कर दिया जाता है। यह खेल पूरी तरह से डिजिटल है।