डीआइजी रामकृष्ण भारद्वाज ने मीरजापुर सहित पड़ोसी राज्यों के अपराधियों का इतिहास जुटाने का दिया निर्देश
डीआइजी रामकृष्ण भारद्वाज ने नगर के भुजवां की चौकी स्थित कैंप कार्यालय में तीनों जनपदों के एसओजी सर्विलांस व स्वाट टीम के कार्यों की समीक्षा की। पूर्व में दिए गए निर्देश के बावजूद अपराधियों के डेटाबेस तैयार न करने पर प्रभारियों को फटकार लगाई। कहा यह घोर लापरवाही है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : डीआइजी रामकृष्ण भारद्वाज ने नगर के भुजवां की चौकी स्थित अपने कैंप कार्यालय में तीनों जनपदों के एसओजी, सर्विलांस व स्वाट टीम के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान पूर्व में दिए गए निर्देश के बावजूद अपराधियों के डेटाबेस तैयार न करने पर एसओजी व स्वाट प्रभारियों को फटकार लगाई। कहा यह घोर लापरवाही है। डेटाबेस इकटठा करने से उनके जाने के बाद आने वाले अधिकारियों को न सिर्फ जनपद के इनामियों बल्कि रेंज के इनामी, पड़ोसी रेंज, पड़ोसी प्रांत व जनपद जैसे इलाहाबाद, वाराणसी, मध्य प्रदेश , बिहार, झारखंड के इनामियों की सूची व उनका डोजियर बनाकर उन पर भी कार्यवाही करने में मदद मिलेगी।
कहा कि एसओजी व स्वाट टीम से एक ही तरह से कार्य लिए जा रहे है जबकि दोनों का कार्य अलग है। स्वाट टीम का कार्य किसी बड़ी घटना नक्सली, आतंकवादी आदि के समय जैसे मंदिर या बड़ी मील फैक्ट्रियों या प्रतिष्ठित व्यक्ति पर कब्जे के दौरान कार्यवाही के लिए उस स्थान का पूरा नक्शा,नक्शे की पूरी जानकारी उनके पास शस्त्र, उनके छुपे होने के स्थान और कैसे पकड़ा या बरामद किया जाना है। साथ ही कार्यवाही कमांडो व एनएसजी की तरह से कार्य करने के लिए रिजर्व व संगठित बल के रूप में निर्मित किया गया है। जिसके पास पर्याप्त वाहन व शस्त्र ,बल जिसकी संख्या 15 से 30 तक हो सकती है, इसका प्रशिक्षण व ट्रेनिंग तथा अभ्यास ऐसे स्थानों पर व्यवहारिक रूप से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है तांकि ऐसे परिस्थितियों में वे ऑपरेशनल कार्यवाही करके सफलता प्राप्त कर सकें। अब तक कोई भी शस्त्र फैक्ट्री तथा शस्त्र का सप्लायर गैंग नहीं पकड़े जाने पर नाराज हुए। पुराने गैंग के पांच वर्षों के थाने का रिकॉर्ड अपने जनपद व रेंज के जनपदों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। कितने अभियुक्त जेल में हैं ,कितने जमानत करा लिए हैं। इनका किसने जमानत लिया है । वर्तमान समय में क्या कर रहे हैं इनके जमानत निरस्तीकरण का प्रयास, इनके द्वारा अर्जित चल-अचल संपत्ति का विवरण प्राप्त करते हुए गुंडा, गैंगस्टर, 14 (1) के तहत जब्तीकरण की कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। शराब तस्कर जो हरियाणा या अन्य प्रांतों से सप्लाई करते हैं उनके विरूद्ध भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एसओजी प्रभारी स्वयं गोपनीय रिपोर्ट बनाकर अपने पुलिस अधीक्षक को देंगे। साथ ही व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी कार्रवाई किए जाने के संबंध में पूर्ण जानकारी से अवगत कराते हुए कार्यवाही कराएंगे ।