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मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए विंध्‍यधाम में हो रही भक्‍तों की भीड़, मंदिर की छत पर कर रहे पाठ

शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए विंध्यधाम में श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचे। जय माता दी के जयकारे से विंध्यधाम मंगलवार को भी गुंजायमान रहा। श्रद्धालुओं ने हाथों में माला-फूल लेकर विधि-विधान से मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन किया।

By Amit Kumar TiwariEdited By: Saurabh ChakravartyPublished: Tue, 27 Sep 2022 09:34 PM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 09:34 PM (IST)
मीरजापुर में विंध्याचल मंदिर की छत पर अनुष्ठान करते भक्त।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए विंध्यधाम में श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचे। जय माता दी के जयकारे से विंध्यधाम मंगलवार को भी गुंजायमान रहा। श्रद्धालुओं ने हाथों में माला-फूल लेकर विधि-विधान से मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन किया। मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की लाइन लगी रही।

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नवरात्रि के दूसरे दिन श्रद्धालु मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूपा के दर्शन-पूजन कर निहाल हो उठे। भोर में मां विंध्यवासिनी की मंगला आरती के साथ दर्शन-पूजन का क्रम आरंभ हुआ, जो देर रात तक जारी रहा। इसके पूर्व दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालु गंगा घाटों पर पहुंचकर स्नान किया। इसके बाद मां के दर्शन के लिए लाइन में खड़े हो गए। मां के दर्शन के लिए आतुर श्रद्धालु बीच-बीच में मां विंध्यवासिनी और जय

माता के जयकारे लगाकर लाइन में लगे लोगों का उत्साहवर्धन कर रहे थे। विंध्यधाम मां की भक्ति से सराबोर हो उठा था, चारों तरफ लाेग मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए आतुर दिख रहे थे। मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन कर भक्तों ने मां से अपनी मुरादें मांगकर अपने को धन्य किया। मां विंध्यवासिनी के दर्शन पूजन के बाद भक्त मां काली और मां अष्टभुजा के दर्शन पूजन के लिए निकल पड़े। मां काली और मां अष्टभुजा के दर्शन पूरा कर भक्तों ने अपनी त्रिकोण यात्रा पूरी की।

मंडलायुक्त व डीएम ने मेला क्षेत्र का भ्रमण कर लिया जायजाविंध्याचल : शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन आयुक्त योगेश्वर राम मिश्र, डीएम दिव्या मित्तल व एडीएम शिव प्रताप शुक्ला ने विंध्याचल मेला क्षेत्र सहित घाट आदि का भ्रमण किया। इस दौरान सुरक्षा व व्यवस्था का जायजा लिया। ड्यूटीरत अधिकारी व कर्मचारीगण को अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का पूर्ण मनोयोग व निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का निर्देश दिया। कहा कि मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने आने वाले श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक दर्शन कराने में सेवाभाव से सहयोग करें।

मंदिर की छत पर कर रहे पाठ

विंध्याचल : नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा पूरे माह पाठ करके विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। श्रद्धालु पूरे नवरात्र भर मंदिर की छत पर लगातार पाठ करते हैं। इसके बाद अनुष्ठान करते हैं।

पत्थरों को जोड़ बनाया घर, मांगी मुरादें

विंध्याचल : नवरात्र के दौरान विंध्यधाम में मां विंध्यवासिनी, मां काली और मां अष्टभुजा के दर्शन कर त्रिकोण करने की परंपरा है। त्रिकोण यात्रा के दौरान श्रद्धालु काली खोह से अष्टभुजा जाते समय रास्ते में पत्थरों से घर बनाते है। मान्यता है कि त्रिकोण के दौरान पत्थरों से घर बनाने वाले लोगों के स्वयं का घर बनने की इच्छा मां विंध्यवासिनी अवश्य पूर्ण करती है।


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