Dev Deepawali : वाराणसी में बाहरी नावों को रोकने के लिए गंगा में फेंकेंगे जाल, राजघाट व विश्वसुंदरी पुल जल बैरियर
देव दीपावली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को देखते हुए जल पुलिस ने बड़ी तैयारी की है। 30 नवंबर को गैर जनपद से आने वाली नावों को प्रवेश नहीं मिलेगा। इन्हें रोकने के लिए गंगा में जाल फेंका जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। देव दीपावली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को देखते हुए जल पुलिस ने बड़ी तैयारी की है। 30 नवंबर को गैर जनपद से आने वाली नावों को प्रवेश नहीं मिलेगा। इन्हें रोकने के लिए गंगा में जाल फेंका जाएगा। इसके बाद भी जोर जबर्दस्ती करने पर नाव को सील कर दिया जाएगा।
जल पुलिस की तैयारियों के मुताबिक राजघाट व विश्वसुंदरी पुल से गंगा में जाल फेंका जाएगा। इन स्थानों पर जल पुलिस संग पीएसी के जवान नाव पर तैनात रहेंगे। जल पुलिस प्रभारी बृजेश राय ने बताया कि किसी भी बाहरी नाव को प्रवेश से रोकने के लिए व्यवस्था की गई है।
ललिता से राजघाट के बीच नाव संचालन प्रतिबंधित
प्रधानमंत्री के नौका विहार कार्यक्रम के मद्देनजर ललिता से अस्सी घाट के बीच नाव संचालन नहीं होगा। ललिता घाट से राजघाट के बीच प्रधानमंत्री का बजड़ा ही संचालित होगा। राजघाट पर मंच बनाया जा रहा है जहां पर प्रधानमंत्री मोदी पहला दीपक जलाएंगे और संक्षिप्त संबोधन भी करेंगे। नावों के संचालन को लेकर नगर निगम की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि 30 नवंबर को सुबह 10 से शाम 7:30 बजे तक राजघाट से ललिता घाट के बीच के नाव संचालन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
एक हजार नावों के संचालन की अनुमति
ललिता घाट से अस्सी घाट के बीच घाट नाविक सवारी बैठाने व उतार सकेंगे। देव दीपावली के दिन 1000 नावों के संचालन की अनुमति होगी। नावों पर रेडियम पट्टी लगेगी। एक बड़ा फ्लैक्स बोर्ड भी लगाया जाएगा, जिस पर स्वच्छ गंगा निर्मल गंगा का स्लोगन लिखा रहेगा। घाट पर ध्वनि विस्तारक यंत्र से स्वच्छता व कोविड-19 संक्रमण के प्रति जागरूक किया जाएगा।
गंगा रेती पर बनेगी आकर्षक सैंड आर्ट
देव दीपावली भव्य बनाने के लिए कला के छात्रों सहित कलाकारों की ओर से गंगा पार रेती पर लगभग 14 प्वाइंट पर सैंड आर्ट बनाया जा रहा है, जिसमें श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से लगायत वाराणसी के तमाम मंदिरों के साथ ही समाजिक संदेश परत कलाकृतियां होंगी।