Dev Deepawali 2020 : सोशल मीडिया ने पूछा सवाल - 'देव दीपावली का नाम सुना है?'
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर काशी और काशी क्षेत्र का दिव्य और भव्य त्योहार देव दिवाली माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मनाया जाने वाला यह उत्सव मोक्ष नगरी काशी में गंगा तट पर काशी के वैभव का अनुपम प्रतिबिंब भी गंगा की लहरों पर परिलक्षित होता है।
वाराणसी, जेएनएन। देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर काशी और काशी क्षेत्र का दिव्य और भव्य त्योहार माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मनाया जाने वाला यह उत्सव मोक्ष नगरी काशी में गंगा तट पर काशी के वैभव का अनुपम प्रतिबिंब भी गंगा की लहरों पर परिलक्षित होता है।
एक ओर अयोध्या में मनाया गया दीपोत्सव सोशल मीडिया पर इन दिनों चर्चा में है तो दूसरी ओर अयोध्या के विश्व रिकार्ड वाली दिवाली को लेकर सोशल मीडिया यूजर पूछ रहे हैं कि काशी की देव दीपावली का नाम सुना है। इसके साथ ही एक पोस्टर लोग साझा कर काशी की अनोखी देव दीपावली के आयोजन के बारे में भी अब परिचर्चा कर रहे हैं। इस बार Kartik Purnima 2020 (कार्तिक पूर्णिमा) 30 नवंबर को पड़ रही है।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा को ही कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन स्नान और दान का बहुत ज्यादा महत्व माना गयाा है। वर्ष 2020 में एक अधिक मास (अधिमास) होने के कारण साल 2020 में एक महीने आगेकार्तिक मास 30 नवंबर को मनाया जा रहा है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान, दीप दान, हवन, यज्ञ आदि करने से सांसारिक पाप और ताप का शमन माना गया है। इस दिन किये जाने वाले अन्न, धन एवंं वस्त्र दान का भी बहुत महत्व माना गया है।
वाराणसी में कोरोना वायरस संक्रमण के खतरों के बीच इस बार देव दीपावली का आयोजन फीका रहने की उम्मीद के बीच साेशल मीडिया पर अब आयोजन की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। वहीं आयोजन को लेकर लोगों के बीच देव दीपावली मनाने की परंपराएं और काशी के वैभव पर भी लोग परिचर्चा कर रहे हैं।
फेसबुक पर भी देव दिवाली : फेसबुक भी काशी की इस महिमा का बखान अपने सेलिब्रेशन विकल्प में कर चुका है। कोई भी यूजर फीलिंग/एक्टीविटी सेक्शन में जाकर सेलिब्रेशन में दीवाली का चयन करते ही देव दीपावली का विकल्प दिखने लगता है। लिहाजा फेसबुक पोस्ट संग लोग देव दीपावली का आयोजन भी अब साझा कर सकते हैं।