वाराणसी में डेस्टिनेशन नार्थ-ईस्ट 2019 आयोजन में बोले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह - 'पूर्वोत्तर भारत का इंजन'
आइआइटी बीएचयू में शनिवार शाम से चार दिवसीय डेस्टिनेशन नार्थ-ईस्ट 2019 का रंगारंग शुभारंभ किया गया।
वाराणसी, जेएनएन। आइआइटी बीएचयू में शनिवार शाम से चार दिवसीय 'डेस्टिनेशन नार्थ-ईस्ट 2019' का रंगारंग शुभारंभ किया गया। इस दौरान नॉर्थ ईस्ट राज्यों से आए प्रतिनिधियों के अलावा कलाकारों और कारोबारियों ने विभिन्न स्टालों के जरिए काशी में गंगा का ब्रहमपुत्र से मेल कराया। काशी में मानो सिस्टर स्टेट की खुशबू चारों ओर महामना की बगिया में बिखर गई। सांस्कृतिक आयोजनों ने काशी में धूम मचाया तो राष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन ने काशी को कई राज्यों की मानो सांस्कृतिक राजधानी बना दिया। आयोजन के मंच पर अपने जमाने की शीर्ष अभिनेत्री रहीं जीनत अमान के आते ही समारोह की रौनक को चार चांद लग गया।
वहीं आयोजन में आए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि पूर्वोत्तर दरअसल भारत का इंजन है। पूर्वोत्तर में बहुत ज्यादा समृद्ध है। वाराणसी सांस्कृतिक केन्द्र है, इस वजह से 'डेस्टिनेशन नार्थ-ईस्ट 2019' का यहां आयोजन किया जा रहा है। काशी की ओर पूरा देश सांस्कृतिक दृष्टिकोण से देखता है। पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक विरासत व कलाएं इस मंच पर प्रदर्शित हो रही हैं। इस आयोजन के माध्यम से पूरा देश यह जानेगा कि पूर्वोत्तर भारत में हमारी धरोहरें किस कदर की हैं। कहा कि यह एक राष्ट्रीय फलक पर प्रदर्शन का मापदंड होगा। पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर की शक्ति को पहचाना है। वे इस क्षेत्र से प्रेम करते हैं। यही कारण है कि वे कई बार यहां यात्रा कर चुके हैं। पूर्वोत्तर भारत का इंजन है। वहीं केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र और कश्मीर मुद्दे पर बोलने से परहेज किया।
वहीं आयोजन के दौरान विभिन्न राज्यों से आए कारीगरों के स्टाल पर भी खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ती रही। बांस और वनौषधि के साथ ही पूर्वोत्तर के परंपरागत उत्पादों के स्टाल लगने के साथ ही बांस के अनोखे उत्पादों की प्रदर्शनी के प्रति भी लोगों का आकर्षण नजर आया। शाम से ही परिसर में गुलजार हुए स्टालों पर खरीदारों के अलावा दूर दराज से आए कारोबारियों ने भी मोल भाव कर कारोबार के अवसरों की तलाश की।