पानी के लिए खाली बाल्टी लेकर किया प्रदर्शन, वाराणसी के कुछ इलाकों में आपूर्ति नहीं होने पर महिलाएं नाराज
पानी के लिए खाली बाल्टी लेकर प्रदर्शन किया। वाराणसी के कुछ इलाकों में आपूर्ति नहीं होने पर महिलाएं नाराज दिखीं।
वाराणसी, जेएनएन। नरिया, भोगावीर, रश्मि नगर, पांडेयमहाल, रोहित नगर में शनिवार को पानी नहीं आने की शिकायत पर नागरिक नाराज हो गए। पार्षद कमल पटेल और पूर्व पार्षद वरुण सिंह के नेतृत्व में महिलाओं ने हाथों में खाली बाल्टी लेकर प्रदर्शन किया। कमल पटेल ने कहा नरिया, सुंदरपुर के कई मुहल्ले जलसंकट के दौर से गुजर रहे हैं लेकिन जलकल विभाग सोया रहता है। पूर्व पार्षद वरुण सिंह ने कहा कि बकरीद के दिन भी मुस्लिम बस्तियों में जलसंकट है तो अन्य मुहल्ले में भी पानी के लिए हाहाकार है। जलकल महाप्रबंधक को सूचना दी गई तो उन्होंने भदैनी पंप में खराबी की बात बताई। प्रदर्शन में हसीना, रशिदन, रुखसाना, सलमा, संगीता चौरसिया, शांति देवी, अनिशा बेगम आदि शामिल थीं। इसके बाद जलकल विभाग की ओर से विभिन्न इलाकों में सुबह 11 बजे पानी की आपूर्ति हुई।
टकटकपुर में दूषित पेयजल आपूर्ति
वहीं, वरुणापार इलाके के टकटकपुर में एक बारगी फिर दूषित पेयजल आपूर्ति होने लगी है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ दिन पूर्व भी दूषित पेयजल आपूर्ति हो रही थी तो जिलाधिकारी समेत जलकल महाप्रबंधक से शिकायत के बाद व्यवस्था दुरुस्त हो गई थी। लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर बार-बार दूषित आपूर्ति क्यों हो रही है। इस बाबत जलकल विभाग के अफसर कुछ भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे हैं। कहना है कि सारनाथ के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से ही पानी ठीक तरीके से साफ नहीं किया जा रहा है।
400 टन अपशिष्ट हुआ निस्तारित
बकरीद त्यौहार के मद्देनजर नगर आयुक्त गौरांग राठी ने शनिवार को पुलिस लाइन चौराहा होते हुए खजूरी, चौकाघाट, गोलगड्डा, आदमपुर कूड़ा घर पर एकत्रित लीदा-पचौनी निस्तारण के इंतजाम को देखा। जलाली पूरा के पार्षद ओकास अंसारी, बलुआवीर के पार्षद तुफैल अंसारी, बेलाल अहमद आदि से संपर्क किया। व्यवस्था के बाबत जानकारी ली। सभी ने कार्यों कह सराहना की। जैतपुरा व अन्य मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों का भी भ्रमण किया। जोनल अधिकारी रामेश्वर दयाल, स्वास्थ्य निरीक्षक गोविंद वाजपेयी आदि अफसर भी मौजूद थे। 11 चिन्हित वार्डों में 54 डंफर प्लेसर पांच कम्पेक्टर, 14 ट्रेक्टर आदि संसाधन लगाए गए थे। आईडीएच कालोनी स्थित सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंट से आठ डम्परों के माध्यम से लीदा-पचौनी डंप किया गया। देर रात तक 36 डंफर और 11 कम्पेक्टर के माध्यम से करीब 400 टन अपशिष्ट को करसड़ा भेजकर वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण कराया गया।