वाराणसी के सभी श्रमिकों का तैयार हो डेटा, जिलाधिकारी से सभी विभागों को दिया निर्देश
वाराणसी में कुशल व अकुशल श्रमिकों का डेटा बेस तैयार किया जाएं। एक जुलाई तक विभिन्न सरकारी तथा निजी क्षेत्र के रोजगार के समस्त अवसरों की सूचनाओं का संकलन किया जाए।
वाराणसी, जेएनएन। जिले में कुशल व अकुशल श्रमिकों का डेटा बेस तैयार किया जाएं। एक जुलाई तक विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी तथा निजी क्षेत्र के रोजगार के समस्त अवसरों की सूचनाओं का संकलन किया जाए। साथ ही सरकारी, गैर सरकारी तथा निजी क्षेत्र में सेवायोजित लोगों का डेटा कलेक्शन हो, जिसमें निजी कामगार श्रमिकों, स्वयं सहायता समूहों, मनरेगा के कार्यों में लगे श्रमिक, फैक्ट्रियों में कार्यरत श्रमिकों, दुकानों पर कार्यरत श्रमिकों, टेक्स्टाइल उद्योग में लगे श्रमिकों, होटल इंडस्ट्री में कार्यरत श्रमिक आदि सभी को शामिल किया जाएं। उक्त निर्देश जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सोमवार को कैंप कार्यालयों में आयोजित सेवायोजन एवं रोजगार आयोग संबंधित बैठक में दिए।
तीन-चार दिन में उपलब्ध कराएं डेटा
डीएम ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि तीन-चार दिनों में डेटा बेस तैयार कराकर सेवायोजन विभाग को उपलब्ध कराया जाएं। कहा कि सेवायोजन विभाग तथा श्रम विभाग संयुक्त रूप से तैयार डेटा बेस के आधार पर छोटे-छोटे समूहों में श्रमिकों के साथ जनपद में गतिमान उद्योग-धंधों की आवश्यकता के अनुसार स्किल्ड मैचिंग कर श्रमिकों कामगारों के साथ ही प्रवासी श्रमिकों को भी अधिक से अधिक सेवायोजित करने की कार्रवााई करें। स्किल डेवलपमेंट के लिए ट्रेनिंग कराने पर जोर देते हुए कहा कि यदि किसी प्रकार के विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की आवश्यकता हो तो मांग के अनुसार प्रशिक्षण भी दिलाकर सेवायोजित किया जाए। यह भी क हा गया कि प्रधानमंत्री की योजना गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों, कामगारों तथा प्रवासियों को सेवायोजित करने की संभावनाएं तलाशने पर विशेष जोर है। जिन विभागों की परियोजनाएं चल रही हैं उनमें कार्यरत श्रमिकों का विवरण भी डीएम ने मांगा। कोरोनावायरस संक्रमण काल में लोगों को स्थानीय स्तर पर बेहतर रोजगार लोगों को मिल सके इस दिशा में प्रयास शुरू किया गया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी, उपायुक्त उद्योग, कृषि, श्रम प्रवर्तन के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।