नदियों की तरह अब बांधों का भी जलस्तर होगा ऑनलाइन, पांच बांधों व दो नदियों में इसी माह लग जाएगा टेलीमेट्री सिस्टम
केंद्रीय जल आयोग अब तक नदियों के जलस्तर की ऑनलाइन मॉनीटरिंग करने के लिए टेलीमेट्री सिस्टम का प्रयोग करता रहा है।
वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। केंद्रीय जल आयोग अब तक नदियों के जलस्तर की ऑनलाइन मॉनीटरिंग करने के लिए टेलीमेट्री सिस्टम का प्रयोग करता रहा है। अब बांधों का जलस्तर इसी सिस्टम के माध्यम से मापा जाएगा। इस क्रम में नवंबर के अंत तक मीरजापुर, सोनभद्र, जौनपुर, प्रयागराज एवं मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में स्थित बाणसागर सहित पांच बांधों व दो नदियों में टेलीमेट्री सिस्टम लगाया जाएगा। बांधों में टेलीमेट्री सिस्टम लग जाने के बाद जलस्तर की रिपोर्ट हर घंटे मिलेगी।
रडार सिस्टम (किरणों) से पानी की स्थिति जानी जा सकेगी। इससे नहरों-जलाशयों में जरूरत के अनुसार पानी पहुंचाने में मदद मिलेगी। इस सिस्टम के लग जाने के बाद जल भंडारण की सही जानकारी विभाग के पास होगी। कई बार ऐसा होता है कि कुछ बांध में पानी भरा रहता है लेकिन जानकारी के अभाव में नहरों में नहीं छोड़ा जाता है। इससे खेती-किसानी भी प्रभावित होती है। टेलीमेट्री सिस्टम लग जाने के बाद बांध में पानी नहीं है का बहाना नहीं चल पाएगा।
इन बांधों पर लगेगा टेलीमेट्री सिस्टम
मीरजापुर के सिरसी, जरगो व मेजा, शहडोल (मध्य प्रदेश) जिले के बाणसागर व सोनभद्र के रिहंद बांध।
इन नदियों में लगने जा रहा टेलीमेट्री सिस्टम
जौनपुर की गोमती नदी का जलस्तर मापने के लिए मई घाट पर व टोंस नदी के लिए प्रयागराज के मेजारोड स्थित घाट पर।
बोले अधिकारी : तीसरे फेज में सात टेलीमेट्री सिस्टम लगने जा रहे। यह कार्य इसी माह पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद इससे डेटा हर घंटे केंद्रीय जल आयोग के पास पहुंचेगा। फिर संबंधित विभाग या अधिकारियों को भेजा जाएगा, ताकि नीति निर्धारक और संबंधित अधिकारी आगे कदम उठा सकें।
- रवींद्र सिंह, अधीक्षण अभियंता, केंद्रीय जल आयोग, वाराणसी