साइबर अपराधी ने वाराणसी में धोखे से सब्जी विक्रेता के खाते से निकाला रुपये, एफआइआर दर्ज
वाराणसी में साइबर अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। ताजा मामले में दो व्यक्तियों के अलग-अलग खाते से धोखे से रुपये निकाले गए जिसे लेकर पीडि़तों ने मुकदमा दर्ज कराया।
वाराणसी, जेएनएन। शहर में साइबर अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। ताजा मामले में दो व्यक्तियों के अलग-अलग खाते से धोखे से रुपये निकाले गए, जिसे लेकर पीडि़तों ने शुक्रवार को मुकदमा दर्ज कराया। जानकारी के मुताबिक शिवपुर थाना क्षेत्र के अमितेश कुमार पांडेय के खाते से 75000 रुपये व आदर्श कुमार सोनकर के खाते से 40000 रुपये जालसाजों ने निकाल लिए। अमितेश के अनुसार दीपक शर्मा नाम के व्यक्ति ने उसके खाता से रुपया निकाला है जिसका प्रमाण उसके पास उपलब्ध है। वहीं दूसरा मामला भी शिवपुर के गिलट बाजार का है। सब्जी विक्रेता आदर्श कुमार सोनकर ने 40,000 रुपये अपने यूनियन बैंक के खाते से निकाले जाने का मुकदमा दर्ज कराया। उसने बताया कि 19 तारीख को दिन में लगभग एक बजे उसके खाते से 40000 रुपये डेबिट होने की सूचना उसके मोबाइल पर आई, वह तुरंत यूनियन बैंक की शाखा शिवपुर में गया और खाते से 40000 रुपये डेबिट होने की जानकारी शाखा प्रबंधक को दिया तो शाखा प्रबंधक ने कहा कि इस बात का बैंक से कोई सरोकार नहीं है। आदर्श ने आरोप लगाया कि बैंकिंग प्रणाली की गोपनीयता भंग होने, बैंकिंग त्रुटि एवं कपट की वजह से उसका रुपया निकाला गया है। उसने तत्काल अपना खाता बंद करा दिया तब उसके पास सुशील कुमार अग्रवाल नामक व्यक्ति का फोन आया कि वह बजाज फाइनेंस लिमिटेड के कर्मचारी है और यूनियन बैंक की शाखा शिवपुर से टाइअप कर फाइनेंस का कार्य करता है। तुम अपना खाता चालू करो ताकि हम तुम्हारा पैसा लौटा सकें। आदर्श ने कहा कि इस तरीके से बैंकों द्वारा गोपनीयता भंग करना और अमानत में खयानत कर हेराफेरी करना हम जैसे गरीब आदमी के लिए अत्यंत कष्टकारी और गैर कानूनी है। आदर्श की तहरीर पर शिवपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की तहकीकात शुरू कर दी है।
हनी सिंह के साथी गैंगस्टर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत कैंट पुलिस ने शुक्रवार को गैंग लीडर अभिषेक सिंह उर्फ हनी ङ्क्षसह के साथी गैंगेस्टर एक्ट में वांछित अपराधी अजय गुप्ता को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। मुखबिर की सूचना के आधार पर इलेक्ट्रानिक सर्विलांस सूचना आंकलन के आधार पर उसे आशापुर से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त शातिर अपराधी है, जो हनी सिंह के साथ मिलकर लोगों से रंगदारी वसूलते हैं। गिरफ्तारी के बाद पुलिस विधिक कार्रवाई में जुट गई है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्त अजय गुप्ता ने बताया वे लोग विवादित जमीनों का मामला सुलझाने के नाम पर एक पक्ष से मिलकर दूसरे पक्ष को हड़काते और धमकी देते हैं, जिससे बहुत से लोग उनकी बातों में आकर समझौता कर लेते हैं। इससे उन लोगों को काफी पैसा मिलता है। ऐसे ही एक जमीन को जबरदस्ती 1.40 करोड़ रुपये में खरीदवानें के लिए महेश जायसवाल को डरा धमकाकर जेल में निरुद्ध माफिया मुन्ना बजरंगी से मिलवाने जेल ले गया था। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद अक्टूबर महीने में महेश जायसवाल डरा धमका कर उन लोगों ने दो लाख रुपये रंगदारी लिया था। साथ ही और पैसों के लिए दबाव बना रहे थे। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कैंट राकेश कुमार सिंह, उप-निरीक्षक इंद्रकांत मिश्र, कांस्टेबल रामानंद यादव, अश्वनी कुमार सिंह व मनीष कुमार बघेल शामिल थे।