बीएचयू के पालना घर में अब बच्चों तक पहुंचेगा उपचार, समय पर उपलब्ध होंगे डाक्टर
पालना घर में रहने वाले बच्चों की अगर थोड़ी भी तबीयत खराब हुई तो डाक्टर दौड़ कर उनके पास जाएंगे और उनका इलाज करेंगे, यहां पर जरूरी दवाएं भी रखी जाएंगी।
वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव] । बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल स्थित पालना घर में भी अब तुरंत उपचार पहुंचेगा। पालना घर में रहने वाले बच्चों की अगर थोड़ी भी तबीयत खराब हुई तो डाक्टर दौड़ कर उनके पास जाएंगे और उनका इलाज करेंगे। यहां पर जरूरी दवाएं भी रखी जाएंगी।
अस्पताल में महिला चिकित्सक, कार्यरत नर्सिंग आफिसर या अन्य महिला स्टाफ के बच्चे इस पालना घर में रहते हैं। इसमें वह महिलाकर्मी अपने बच्चों को रखती हैं, जिनके छोटे बच्चे हैं। छोटे बच्चों को घर में छोड़कर आना संभव नहीं हो पाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पिछले साल पालना घर बनाया गया ताकि महिलाकर्मी बीच-बीच में अपने बच्चों का ख्याल रख सकें। अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ करने के क्रम में अब चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्र की ओर से नई पहल की गई है।
पालना घर में रहने वाले बच्चे के स्वास्थ्य का भी खास ख्याल रखा जाएगा। प्रो. मिश्र ने बताया कि बाल रोग विभाग के एक चिकित्सक की निगरानी में सारे बच्चे रहेंगे। यहां पर फोन व वीडियो कालिंग की भी सुविधा रहेगी। यही नहीं यहां पर जरूरी दवाएं भी रखी जाएगी। बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजनीति प्रसाद ने बताया कि विभाग के डा. सुनील कुमार राव को पालना घर का इंचार्ज बनाया गया है। उन्होंने बताया कि किसी भी बच्चे की तबीयत बिगडऩे पर वहां पर मौजूद एमटीएस स्टाफ फोन करेगा इसके तुरंत बाद चिकित्सक पहुंच जाएंगे। ऐसा हो जाने के बाद माताओं को अपने लाडले के स्वास्थ्य के प्रति चिंता नहीं करनी होगी।