देश का दूसरा अंतरराष्ट्रीय आरोग्य मेला बीएचयू में, 19 से 22 दिसंबर तक आयोजन में आएंगे 60 देशों के प्रतिनिधि
नई दिल्ली के बाद देश का दूसरा अंतरराष्ट्रीय आरोग्य मेला बीएचयू में आयोजित होने जा रहा है। 19 से 22 दिसंबर तक यह आयोजन आयुष वाणिज्य मंत्रालय एवं फिक्की की ओर से किया जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। नई दिल्ली के बाद देश का दूसरा अंतरराष्ट्रीय आरोग्य मेला बीएचयू में आयोजित होने जा रहा है। 19 से 22 दिसंबर तक यह आयोजन आयुष, वाणिज्य मंत्रालय एवं फिक्की (फेडरेशन आफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री) की ओर से किया जाएगा। इसमें 60 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके माध्यम से भारतीय चिकित्सा पद्धति को देश-दुनिया तक फैलाया जाएगा। खास तौर पर आयुर्वेद, योगा, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा, सोवा-रिग्पा एवं होम्योपैथी पद्धति को। इस दौरान आम लोगों के लिए ओपीडी भी चलेगी। इस मेले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही केंद्र व राज्य के आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री के शरीक होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए निरंतर ही राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहल कर रहे हैं। हालांकि अब आयुर्वेद का विदेशों में भी डंका बजने लगा है। इससे पहले वर्ष 2015 में आरोग्य मेले का आयोजन किया गया था, जिसका नोडल अधिकारी प्रो. आनंद चौधरी को बनाया गया था। उनकी देखरेख में यह आयोजन सफल रहा, जिसे देखते हुए फिक्की की पहल पर एक बार फिर से बीएचयू में उससे भी बड़ा आयोजन होने जा रहा है। वहीं पहला अंतरराष्ट्रीय आरोग्य मेले का आयोजन वर्ष 2017 में नई दिल्ली में हुआ था।
आइएमएस खेल मैदान में तैयारी
मेले के लिए आइएमएस स्थित खेल मैदान में व्यवस्था की जा रही है। इसे लिए हाईटेक टेंट लगाए जा रहे हैं। इसमें खासतौर पर सेमिनार हाल, क्लीनिक, प्रदर्शनी हाल, वीआइपी लान, उद्घाटन हाल के साथ ही कई वाटर प्रूफ पंडाल बनाए गए हैं। खास है कि सारे पंडाल की तैयारी एवं अन्य व्यवस्थाएं लोहे के हेंगर से की जा रही है। ग्रे, लाल, नीले सहित कई रंग के बेहतर कार्पेट भी बिछाए जाएंगे।
इस बारे में फिक्की के डिप्टी डायरेक्टर ईशान पंडिता ने कहा कि देश के दूसरे अंतरराष्ट्रीय आरोग्य मेले में 60 देशों के करीब 200 प्रतिनिधि आ रहे हैं। आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया गया है। केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक की ओर से हरी झंडी मिल गई है। हालांकि केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु की स्वीकृति नहीं नहीं मिली है।