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परिषदीय विद्यालय : पहले मौका, फिर होगी बर्खास्तगी की कार्रवाई, फर्जी शिक्षकों को नोटिस देने की तैयारी

परिषदीय विद्यालयों से वेतन उठाने वाले दो शिक्षक जनपद में फर्जी चिह्नित किए गए थे। इन शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए दोबारा मौका दिया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 12:08 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 01:37 PM (IST)
परिषदीय विद्यालय : पहले मौका, फिर होगी बर्खास्तगी की कार्रवाई, फर्जी शिक्षकों को नोटिस देने की तैयारी
परिषदीय विद्यालय : पहले मौका, फिर होगी बर्खास्तगी की कार्रवाई, फर्जी शिक्षकों को नोटिस देने की तैयारी

वाराणसी, जेएनएन। एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों के परिषदीय विद्यालयों से वेतन उठाने वाले दो शिक्षक जनपद में फर्जी चिह्नित किए गए थे। इन शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए दोबारा मौका दिया गया है। इसके बावजूद वे नोटिस का जवाब नहीं दे रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग दोनों शिक्षकों को एक और मौका देने का निर्णय लिया है। इसके बाद भी हाजिर न होने में समाचार पत्रों में गजट कराया जाएगा। सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही उन्हें बर्खास्त किया जाएगा।

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बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों वेतन उठाने वाले दोनों शिक्षकों की जांच पूरी हो गई है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय (मुरेरी-चोलापुर) के शिक्षक महात्मा यादव के नाम पर बलिया व प्राथमिक विद्यालय (देईपुर-सेवापुरी) के अनुराग त्रिपाठी के नाम पर आंबेडकर नगर में भी शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं। बनारस के महात्मा व अनुराग फर्जी है। दोनों जिलों से रिपोर्ट भी आ चुकी है। इसके बावजूद अब तक प्राथमिकी दर्ज न कराने के पीछे वैधानिक प्रक्रिया का पालन करना मुख्य कारण है। कहा कि नियमानुसार उन्हें तीसरा नोटिस नौ जुलाई को दिया जाएगा। इसके बाद भी जवाब न देने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

प्रमाणपत्रों के सत्यापन में अटकी कार्रवाई

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) के 13 शिक्षकों व कर्मचारियों को नोटिस दी जा चुकी है। इन शिक्षकों व कर्मचारियों के अभिलेख कूटरचित पाए गए हैं। उनके अंकपत्र व प्रमाणपत्र संदिग्ध हैं। वहीं मेरिट सूची में घालमेल कर कम अंक के अभ्यर्थियों का भी चयन कर लिया गया है। ऐसे सभी शिक्षकों और कर्मचारियों की सूचना शासन को दे दी गई है। हालांकि अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों के सत्यापन के फेर इन शिक्षकों व कर्मचारियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है।

शासन के निर्देश पर केजीबीवी के अंशकालिक, पूर्णकालिक अध्यापिकाओं, वार्डेन, रसोइयों की जांच के लिए सेवापुरी के खंड शिक्षा अधिकारी डीपी ङ्क्षसह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति ने जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी है। इसमें अध्यापिकाओं की चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़ा किया है। जांच समिति में चिरईगांव के बीईओ राम टहल व आराजीलाइन के स्कंद गुप्ता भी शामिल हैं।

बीएसए राकेश ङ्क्षसह ने कहा कि शिक्षकों व कर्मचारियों के अंकपत्रों के सत्यापन को संबंधित शैक्षणिक संस्थाओं को पत्र भेजा है। सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के संबंध में कोई निर्णय लिया जाप्रमाणपत्रों के सत्यापन में अटकी कार्रवाई

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) के 13 शिक्षकों व कर्मचारियों को नोटिस दी जा चुकी है। इन शिक्षकों व कर्मचारियों के अभिलेख कूटरचित पाए गए हैं। उनके अंकपत्र व प्रमाणपत्र संदिग्ध हैं। वहीं मेरिट सूची में घालमेल कर कम अंक के अभ्यर्थियों का भी चयन कर लिया गया है। ऐसे सभी शिक्षकों और कर्मचारियों की सूचना शासन को दे दी गई है। हालांकि अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों के सत्यापन के फेर इन शिक्षकों व कर्मचारियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है।

शासन के निर्देश पर केजीबीवी के अंशकालिक, पूर्णकालिक अध्यापिकाओं, वार्डेन, रसोइयों की जांच के लिए सेवापुरी के खंड शिक्षा अधिकारी डीपी सिंह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति ने जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी है। इसमें अध्यापिकाओं की चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़ा किया है। जांच समिति में चिरईगांव के बीईओ राम टहल व आराजीलाइन के स्कंद गुप्ता भी शामिल हैं। बीएसए राकेश सिंह ने कहा कि शिक्षकों व कर्मचारियों के अंकपत्रों के सत्यापन को संबंधित शैक्षणिक संस्थाओं को पत्र भेजा है। सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा। एगा।


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