कोरोना का टीका ही नहीं पल्स पोलियो अभियान के लिए भी सक्रियता, टास्क फोर्स समिति को निर्देश जारी
इस अभियान को सुचारु रुप से संचालित कराने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है। अभियान के तहत जन्म से पांच वर्ष तक के करीब 4.95 लाख रुपये बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है ।
बलिया, जेएनएन। जनपद में 31 जनवरी से शुरू पल्स पोलियो अभियान सात फरवरी तक चलेगा। इस अभियान को सुचारु रुप से संचालित कराने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है। अभियान के तहत जन्म से पांच वर्ष तक के करीब 4.95 लाख रुपये बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है ।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एके मिश्र ने बताया कि यह दवा पांच वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिए आवश्यक है । पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों को बार-बार खुराक पिलाने से पूरे क्षेत्र में इस बीमारी से लडऩे की क्षमता बढ़ती है, जिससे पोलियो के विषाणु को पनपने से रोकती है। पोलियो या पोलियोमेलाइटिस एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है। पोलियो वायरस से होता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। साथ ही यह वायरस जिस भी व्यक्ति में प्रवेश करता है उसके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है जिसकी वजह से लकवा भी हो सकता है ।
जिले भर में 1601 बूथ बनाए गए हैं। 90 मोबाइल टीम भी बनाई गई है। इसके साथ ही अभियान के लिए 835 टीमें बनायी गई हैं जो 7 फरवरी तक घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएगी। बी- टीम द्वारा 9 फरवरी को दवा पिलाई जाएगी।