Corona Infection in Varanasi : सैंपलों की जांच में केवल 51 पाजिटिव, मौतों का ग्राफ भी आया नीचे
तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग घर-घर जाकर बच्चों की कोरोना जांच कर रहा है। मंगलवार को 832 बच्चों की आरटीपीसीआर जांच की गई जिसमें पांच साल तक के 187 छह से 12 वर्ष तक के 319 व 13 से 18 वर्ष तक के 326 बच्चे शामिल थे।
वाराणसी, जेएनएन। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब काबू में आने लगी है। बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल की लैब से मंगलवार को मिले 6492 सैंपलों के परिणाम में केवल 51 पाजिटिव रहे। वहीं इलाज के दौरान दो मरीजों ने दम तोड़ दिया। अधिकांश नए मरीजों को हाेम आइसोलेशन का निर्देश देते हुए कमांड सेंटर से उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।
बीएचयू हास्पिटल में चितईपुर निवासिनी 45 वर्षीय महिला व ईएसआइसी हास्पिटल में अर्दली बाजार निवासी 80 वर्षीय पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसी के साथ कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 756 हो गया है। वहीं होम आइसोलेशन के 102 एवं विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 32 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया। जिले में अब तक 81799 पाजिटिव केस मिले हैं, जिनमें से 80039 स्वस्थ भी हो चुके हैं। वर्तमान में केवल 1004 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। उधर, लैबाें में 4852 सैंपल पेंडिंग है, जिनके परिणाम का इंतजार है।
832 बच्चों की हुई जांच, सभी निगेटिव
तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अब घर-घर जाकर बच्चों की कोरोना जांच कर रहा है। मंगलवार को 832 बच्चों की आरटीपीसीआर जांच की गई, जिसमें पांच साल तक के 187, छह से 12 वर्ष तक के 319 व 13 से 18 वर्ष तक के 326 बच्चे शामिल थे। सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।
जनपद के तीन ‘अभिभावक स्पेशल’ केंद्रों पर टीका लगवाने के लिए पहुंचे 88 लोग
जनपद के 107 केंद्रों पर मंगलवार को टीकाकरण सत्र आयोजित हुए, जिन पर 9234 लाभार्थियों को प्रतिरक्षित किया गया। इसमें 18 से 44 वर्ष तक के 6280 एवं 45 वर्ष से अधिक उम्र के 2954 लाभार्थी शामिल थे। वहीं तीन अभिभावक स्पेशल केंद्रों पर महज 88 लोगों ने कोरोना टीका लगवाया। मौसम खराब होने का लाभार्थियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। सुविधानुसार लोग केंद्रों पर पहुंचते रहे और टीका लगवाकर खुद को प्रतिरक्षित करते रहे। सीएमओ डा. वीबी सिंह ने बताया कि 7205 लाभार्थियों को प्रथम डोज, जबकि 2029 को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। 18 से 44 वर्ष वालों के लिए 44 सत्र आयोजित कर 6280 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इनमें 4822 लाभार्थियों को प्रथम एवं 1458 को दूसरी डोज का टीका लगाया गया।