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Corona Infection in Varanasi : 24 घंटे में मिले पांच गुना पाजिटिव, सक्रिय मरीजों की संख्या 33

जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार के थमने व बढ़ने का क्रम जारी है। इस क्रम में चार अगस्त के मुकाबले गुरुवार को पांच गुना पाजिटिव मिले। बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल की लैब से 5666 सैंपलों के परिणाम में पांच की रिपोर्ट पाजिटिव रही।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 10:13 PM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 10:13 PM (IST)
Corona Infection in Varanasi : 24 घंटे में मिले पांच गुना पाजिटिव, सक्रिय मरीजों की संख्या 33
कोरोना संक्रमण की रफ्तार के थमने व बढ़ने का क्रम जारी है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार के थमने व बढ़ने का क्रम जारी है। इस क्रम में चार अगस्त के मुकाबले गुरुवार को पांच गुना पाजिटिव मिले। बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल की लैब से 5666 सैंपलों के परिणाम में पांच की रिपोर्ट पाजिटिव रही। नए पाजिटिव को होम आइसोलेशन का निर्देश देते हुए कोविड कमांड सेंटर से उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।

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विगत दो दिनों में न तो होम आइसोलेशन के और न ही हास्पिटल में भर्ती किसी मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आई। इस कारण 48 घंटे में किसी भी मरीज को स्वस्थ घोषित नहीं किया गया। जनपद में अब तक 82370 पाजिटिव केस मिले हैं, जिनमें से 81564 स्वस्थ भी हो चुके हैं और 773 की मौत हो चुकी है। वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या 33 है। वहीं 3168 सैंपल पेंडिंग हैं, जिनके परिणाम का इंतजार है।

17951 लाभार्थियों ने लगवाया कोरोना टीका

विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों व चैरिटेबल अस्पतालों में सोमवार को 68 सत्रों का आयोजन कर 17951 लाभार्थियों काे प्रतिरक्षित किया गया। इसमें 14605 लाभार्थियों को प्रथम व 3346 को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। इस क्रम में में 45 वर्ष से ऊपर के 905 लोगों को टीका लगाया गया। जनपद के 68 सत्रों पर 18 वर्ष से 44 वर्ष के 17046 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसमें से 13854 को प्रथम व 3192 को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। अंतरराष्ट्रीय स्पेशल एक केंद्र पर 14 एवं महिला स्पेशल एक केंद्र पर 125 लाभार्थी पहुंचे, जिन्हें प्रतिरक्षित किया गया।

माइक्रोलेरेंजियल लेजर सर्जरी वाला प्रदेश का पहला हास्पिटल महामना कैंसर सेंटर

अब तक जटिल मानी जाने वाली वोकड कार्ड (ध्वनी यंत्र) के कैंसर की सर्जरी को माइक्रोलेरेंजियल लेजर सर्जरी ने आसान बना दिया है। यह चिकित्सीय सुविधा देश के चुनिंदा हास्पिटल में तक ही सीमित है। वहीं हाल ही में इसकी शुरुआत महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर में भी की गई। इसी के साथ यह माइक्रोलेरेंजियल सर्जरी शुरू करने वाला प्रदेश का पहला केंद्र भी बना। यहां अब तक बिना चीर-फाड़ के 20 से अधिक मरीजों के वोकल कार्ड के कैंसर की सर्जरी करते हुए उनकी जान बचाई गई। दरअसल, माइक्रोलेरेंजियल लेजर सर्जरी का इस्तेमाल वोकल कार्ड के कैंसर, ल्युकोप्लेकिया, पोलिप कैंसर और मुंह के शुरुआती कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।


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