कोरोना का असर : होलसेल दवा के दाम 15 फीसद तक बढ़े, आमजन की जेब पर नहीं पड़ेगा असर
चीन में फैले कोरोना वायरस की दहशत ने अब बाजार पर भी असर दिखाना शुरू किया है। जरूरी दवाओं के होलसेल रेट में 10 से 15 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।
वाराणसी, जेएनएन। चीन में फैले कोरोना वायरस की दहशत ने अब बाजार पर भी असर दिखाना शुरू किया है। भारत में दवाइयां बनाने में प्रयुक्त होने वाला करीब 80 फीसद कच्चा माल चीन से ही आयात होता है। डेढ़ माह से आयात प्रभावित होने का असर धीरे-धीरे दवा बाजार पर पडऩे लगा है। स्थानीय दवा मंडी में सर्जिकल मास्क व ग्लव्स की जहां कमी हो गई है, वहीं जरूरी दवाओं के होलसेल रेट में 10 से 15 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री संदीप चतुर्वेदी के मुताबिक इस बढ़ोत्तरी का असर आमजन की जेब पर फिलहाल नहीं पड़ेगा। इसे फुटकर विक्रेता अपने लाभांश में से ही वहन कर लेंगे। होलसेल रेट 25-30 फीसद तक बढऩे के बाद ही खुदरा कीमतों में उछाल होता है। बताया कि मार्केट में जरूरी दवाओं का करीब छह माह का स्टाक रखा जाता है। मगर यही स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो न सिर्फ दवा का संकट उत्पन्न होगा, बल्कि दाम भी आसमान छूने लगेंगे।
स्थानीय दुकानदार संजय गुप्ता के मुताबिक सर्जिकल ग्लव्स व मास्क का आयात चीन व सिंगापुर से होता है। अपने देश में इसका अच्छा स्टॉक है। मगर इन दिनों चीन मास्क व ग्लव्स भारत से ही मंगा रहा है। इससे यहां न सिर्फ किल्लत होने लगी है, बल्कि दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। होलसेल मेडिसिन डीलर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट गजानंद यादव के मुताबिक जेनेरिक दवा के होलसेल दाम भी पांच से 15 फीसद तक बढ़े हैं।
-----------
20 दिन पहले व अब में अंतर :
दवा पहले अब
पैरासिटामॉल 185 198
एंटीबायोटिक 410 445
निसिप प्लस 740 815
निमास्लाइड-पी 90 100
(नोट : मूल्य प्रति बाक्स रुपये में। एक बाक्स में 100 पत्ते टेबलेट होते हैं)
----------------------
सामग्री पहले अब
सर्जिकल ग्लव्स 8 10
मास्क 3 5 मास्क स्टैंडर्ड 8 10
(नोट : मूल्य रुपये प्रति इकाई में)