कंटेनर कार्गो की एक सप्ताह में पटना से बनारस पहली खेप, हो गई बुकिंग
वाराणसी स्थित रामनगर के राल्हूपुर स्थित मल्टी माडल टर्मिनल पर पटना से पहला कंटेनर कार्गो एक सप्ताह में पहुंचने वाला है।
वाराणसी, जेएनएन। रामनगर के राल्हूपुर स्थित मल्टी माडल टर्मिनल पर पटना से पहला कंटेनर कार्गो एक सप्ताह में पहुंचने वाला है। विभिन्न कंपनियों की ओर से इसके लिए बुकिंग कराने के साथ ही वापसी के लिए भी माल बुक हो चुके हैं। कोलकाता के गार्डन रीच जेटी से पेप्सिको व इमामी एग्रोटेक के 16 कंटेनर उत्पादों को लेकर छह दिसंबर को चला आरएन टैगोर जलपोत बुधवार की रात तक पटना पहुंचेगा।
अगले दिन माल अनलोडिंग के बाद इस पर बनारस के लिए सामानों की लोडिंग की जाएगी। साथ ही गुरुवार को जलपोत बनारस के लिए चल देगा। पिछले माह 12 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हल्दिया से बनारस तक विकसित किए जा रहे राष्ट्रीय जलमार्ग के साथ ही रामनगर में बने देश के पहले मल्टी माडल टर्मिनल का उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने आरएन टैगोर जलपोत से आए कंटेनर की अनलोडिंग का भी खुद क्रेन चलाकर श्रीगणेश किया था।
अब राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर कोलकाता से 815 किलोमीटर पहले पटना के गायघाट में बने इंटर-मॉडल टर्मिनल से बनारस आने वाले कार्गो का भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को इंतजार है। यहां से पटना के लिए रवानगी भी खास होगी। वास्तव में पटना से छोटे जलपोतों के जरिए काठमांडू भी माल भेजना आसान है। इस लिहाज से इस रूट का क्रेज अधिक है।
वाराणसी-हल्दिया जलमार्ग शुरू करने के उद्देश्य में भी कोलकाता बंदरगाह के जरिए उत्तर भारत को पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के साथ ही बाग्लादेश, नेपाल, म्यामार व अन्य दक्षिण एशियाई देशों से जोड़ना रहा है। आइडब्ल्यूआइ के कंसल्टेंट कैप्टन इंद्रवीर सोलंकी के अनुसार पटना पहुंचने के बाद कार्गो माल लेकर बनारस के लिए रवाना होगा। इसमें अधिकतम दस दिन भी लग सकते हैं। हालांकि ओसियन शिपिंग के संचालक सूरज प्रकाश के अनुसार एक सप्ताह में कंटेनर लेकर बनारस पहुंचने का प्रयास है।