ईवीएम की विधानसभावार होगी कोडिंग, मतदान के दौरान भेजने में होगी सहूलियत
लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय ने विधानसभावार ईवीएम को अलग-अलग करने की तैयारी शुरू कर दी है।
वाराणसी, जेएनएन। लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय ने विधानसभावार ईवीएम को अलग-अलग करने की तैयारी शुरू कर दी है। ईवीएम अलग-अलग करने के साथ विधानसभावार कोड जारी किए जाएंगे जिससे मतदान के दौरान भेजने में कोई परेशानी नहीं हो। साथ ही ईवीएम की जिम्मेदारी विधानसभा के सहायक रिटर्निंग अफसर (एआरओ) की होगी।
वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में शहर उत्तरी, शहर दक्षिणी, कैंट, रोहनिया और सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र हैं। शिवपुर और अजगरा विधानसभा क्षेत्र चंदौली लोकसभा में तथा पिंडरा विधानसभा क्षेत्र मछली शहर लोकसभा में है। विधानसभा क्षेत्र में बूथ के हिसाब से ईवीएम को अलग-अलग किया जाएगा। साथ ही हर विधानसभा क्षेत्र में 10 फीसद अधिक ईवीएम रखी जाएंगी जिससे कहीं खराब होने पर बदला जा सके।
एआरओ की होगी जिम्मेदारी : विधानसभावार ईवीएम को अलग करने के बाद एआरओ को उसकी जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी। वे आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक ईवीएम को लेकर काम करेंगे।
30 को जनप्रतिनिधियों संग बैठक : ईवीएम का कोड आवंटित होने के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय ने 30 मार्च को जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है।
ईवीएम में लोड होगा बैलट पेपर : ईवीएम अलग होने के साथ उसमें बैलेट पेपर और वीवीपैट में प्रत्याशी का सिंबल लोड किया जाएगा। मतदान के दौरान मतदाता को सिंबल दिखने के साथ किसको मतदान किया उसकी पर्ची निकलेगी। इसके लिए इंजीनियर को बुलाए गए हैं।