अमान्य विद्यालयों को 31 मार्च तक बंद कराने का निर्देश, नए सत्र से व्यापक अभियान
31 मार्च तक अमान्य विद्यालयों को बंद कराने का निर्देश दिया है इन विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों का दाखिला नजदीक के परिषदीय विद्यालयों में कराने का सुझाव दिया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। शासन ने नए सत्र से पहले यानी 31 मार्च तक अमान्य विद्यालयों को बंद कराने का निर्देश दिया है। इन विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों का दाखिला नजदीक के परिषदीय विद्यालयों में कराने का सुझाव दिया गया है। जनपद में अब भी करीब 200 विद्यालय बगैर मान्यता के संचालित होने का अनुमान है। नए सत्र में इन विद्यालयों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने की संभावना है। हैरानी की बात यह कि अभी तक शिक्षा विभाग के पास ऐसे विद्यालयों की सूची तक ही उपलब्ध नहीं है।
जनपद में बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त करीब 1500 निजी विद्यालय हैं। इसके अलावा 1367 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। दूसरी ओर नगर से लेकर ग्रामीण तक तमाम विद्यालय बगैर मान्यता के ही संचालित हो रहे हैं। सरकार के पास ऐसे विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों का कोई डेटा न होने के कारण उन्हें आउट ऑफ स्कूल माना जाता है। इसे देखते हुए नए सत्र में एक बार फिर अमान्य विद्यालयों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। वहीं जनपद में 159 विद्यालयों की मान्यता पिछले आठ माह से फंसी हुई है। इसमें से तमाम विद्यालयों ने मान्यता की प्रत्याशा में पठन-पाठन भी शुरू कर दिए हैं।
बोले अधिकारी : 31 मार्च तक जिन विद्यालयों को मान्यता मिल जाएगी। उसे छोड़ कर सभी अमान्य विद्यालयों को बंद करा दिए जाएंगे। बगैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों को चिह्नित करने के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी दिए जा चुके हैं। ताकि नोटिस देकर उन्हें बंद कराया जा सके। -जय सिंह, बीएसए