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सड़क पर एआरटीओ-सिपाहियों में हुई झड़प, एडीजी के निर्देश पर सीओ करेंगे जांच

लंका के नरिया तिराहे पर शनिवार देर रात गाजीपुर में तैनात एआरटीओ के भाई और सिपाहियों के बीच मारपीट हो गई, खबर पाकर पहुंचे एआरटीओ से सिपाहियों की झड़प हुई।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 09:11 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 09:11 PM (IST)
सड़क पर एआरटीओ-सिपाहियों में हुई झड़प, एडीजी के निर्देश पर सीओ करेंगे जांच

वाराणसी, जेएनएन । लंका के नरिया तिराहे पर शनिवार देर रात गाजीपुर में तैनात एआरटीओ के भाई और सिपाहियों के बीच मारपीट हो गई। खबर पाकर पहुंचे एआरटीओ से भी सिपाहियों की झड़प हुई। एक सिपाही और एआरटीओ के भाई को चोट पहुंची। लंका पुलिस उन्हें थाने लाई व मेडिकल परीक्षण कराया। एडीजी के आदेश पर सीओ ने मामले की जांच शुरू की है। फिलहाल किसी पक्ष से मुकदमा नहीं लिखा गया है।

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शनिवार आधी रात के बाद करीब तीन बजे लंका थाने के फैंटम दस्ता के सिपाही सुनील कुमार यादव व संजय कुमार भारती नरिया तिराहे पर थे। वहां जाम लगा था। इंस्पेक्टर भारत भूषण तिवारी के मुताबिक, सिपाही जाम खुलवा रहे थे तभी सामने से आकर खड़ी हुई कार के कारण रास्ता बाधित हो गया। सिपाहियों ने कार हटाने के लिए कहा तो उसमें बैठे तीन युवक बाहर आ गए। उनमें एक अजय कुमार (निवासी न्यू जोधपुर कॉलोनी लंका) ने सिपाही सुनील पर हमला कर दिया। सिपाही ने भी बचाव में टार्च से प्रहार किए। मारपीट में दोनों जख्मी हो गए। सिपाही के हाथ, कान पर चोट पहुंची और वर्दी फट गई। इसी बीच फोन से खबर पाकर लंका स्थित आवास से अजय के भाई एआरटीओ विनय कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे तो उनसे भी सिपाहियों की झड़प हो गई। हालांकि सिपाहियों ने कहा कि एआरटीओ ने भी जूते से हमला किया। खबर पाकर लंका थाने से फोर्स पहुंची और एआरटीओ व उनके भाई को थाने लाई। इसके बाद सिपाही सुनील व अजय का मेडिकल परीक्षण कराया गया।

एडीजी के आदेश पर सीओ ने शुरू की जांच : एआरटीओ व सिपाहियों के बीच मारपीट का मामला डीजीपी तक पहुंच गया। एडीजी जोन के निर्देश पर सीओ भेलूपुर सत्येंद्र तिवारी ने लंका थाने पहुंच सिपाहियों और एआरटीओ विनय कुमार का बयान दर्ज किया।

सिपाहियों ने आइकार्ड फेंका, लूटपाट भी की : एआरटीओ ने आरोप लगाया कि सिपाहियों ने उनके भाई पर टार्च से हमला किया जिससे उसे चोट पहुंची। मोबाइल व नगदी छीन ली। वह मौके पर बाइक से पहुंचे तो उनका आइकार्ड लेकर आरोपित सिपाहियों ने फेंक दिया। साथ ही उन्हें एक सिपाही ने पकड़ लिया। 

एआरटीओ के भाई पर पहले से सात केस : लंका थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि अजय के खिलाफ हत्या की कोशिश, गुंडा एक्ट, चोरी के माल समेत गिरफ्तारी, एनडीपीएस के सात मुकदमे दर्ज हैं। मेडिकल परीक्षण में   शराब के नशे में अजय के होने की पुष्टि हुई है। अजय ने बताया कि वह रात दो बजे रामनगर में होटल बंद कर दोस्त ऋषि नारायण और उसके भाई संग लौट रहा था। नरिया में जाम लगा था। वहां मौजूद सिपाहियों से रास्ता साफ कराने को कहा तो वे झगड़ा करने लगे। सीओ का कहना है कि जांच में पता चला कि अजय गाड़ी से निकलकर सिपाहियों से उलझा था। 

ट्रकों से वसूली झगड़े का कारण : प्रदेश भर में चर्चित इस घटना की असली वजह क्या ट्रकों से वसूली है। ऐसे में सवाल उठता है कि वसूली वहां कौन कर रहा था और यह जांच का विषय भी है। सिपाहियों का कहना है कि वे जाम हटाने के दौरान बस को पहले पास कराना चाह रहे थे ताकि पीछे से ट्रक निकल जाए। इस दौरान एआरटीओ के भाई ट्रकों को शहर की तरफ पास कराने पर अड़े थे। सीओ का कहना है कि फिलहाल मामले की जांच जारी है।


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