महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में चुनावी रंजिश में फिर भिड़े छात्र गुट तो हास्टलों में रातभर मारपीट
छात्रसंघ चुनाव के बाद एक बार फिर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गहमा- गहमी का माहौल रहा।
वाराणसी, जेएनएन। छात्रसंघ चुनाव के बाद एक बार फिर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गहमा- गहमी का माहौल रहा। पुरानी रंजिश को लेकर शनिवार रात दो छात्र गुटों ने हास्टल में घुसकर एक- दूसरे के समर्थकों की पिटाई कर दी। मारपीट में घायल छात्रों की तहरीर पर सिगरा पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर लिया है।
सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर रविवार को क्षेत्राधिकारी चेतगंज अनिल कुमार के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स ने विश्वविद्यालय परिसर का चक्रमण किया। मारपीट में जख्मी एमबीए प्रथम वर्ष के छात्र प्रजेश यादव ने बताया कि वह बीते शनिवार की रात लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास स्थित अपने कमरा नंबर- 47 में पढ़ाई कर रहा था। इस दौरान आधा दर्जन से ज्यादा की संख्या में अंदर दाखिल हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रत्याशी और उसके साथी कमरा बंदकर उसकी पिटाई करने लगे। हमले में प्रजेश के सिर में गहरी चोट आई है। प्रजेश ने बताया कि अध्यक्ष पद के विजयी प्रत्याशी का प्रचार- प्रसार करना उसे भारी पड़ गया। छात्रसंघ चुनाव में मिली हार से हमलावर काफी नाराज थे। प्रजेश यादव की तहरीर पर पूर्व अध्यक्ष प्रत्याशी सौरभ सिंह, आशीष राय, धनंजय राय, मिंशु मिश्रा, मनोज दुबे व सिद्धार्थ उपाध्याय सहित एक अज्ञात के खिलाफ सिगरा पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर लिया है।
घटना के थोड़ी ही देर बाद दूसरे गुट के छात्र बदले की भावना में आचार्य नरेंद्र देव छात्रावास पहुंचे। यहां रात्रि 11.20 बजे अपने कमरे में पढ़ाई कर रहे बीए द्वितीय वर्ष के छात्र शिव शंकर शरण की पिटाई कर दी। पिटाई में घायल छात्र ने आरोप लगाया कि छात्रसंघ अध्यक्ष के सहयोगी छात्रों ने बिना कारण बताए, उसे मारना पिटना शुरू कर दिया। हमले में आंख के पास उसे चोट आई है। घटना के बाद सिगरा थाने पहुंचे छात्र शिव शंकर शरण ने आदित्य यादव, पीयूष सिंह, नवीन यादव व एक अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर के आधार पर सिगरा पुलिस ने आरोपित छात्रों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। शिव शंकर ने आरोप लगाया कि अगले दिन पुन: हास्टल में दाखिल हुए हमलावरों ने उसे देख लेने की चेतावनी दी।
विश्वविद्यालय परिसर का चक्रमण
मारपीट की घटना के अगले दिन पुलिस फोर्स ने विश्वविद्यालय परिसर का चक्रमण किया। सभी ब्वायज हास्टल में जाकर बाहरी तत्वों की तलाशी हुई। छात्रों का परिचय पत्र भी चेक किया गया। परिसर में अराजकता का माहौल बनाने वालों का समर्थन न करने की हिदायत छात्रों को दी गई। क्षेत्राधिकारी अनिल सिंह ने छात्रों से कहा कि छात्रावास परिसर में बाहरी तत्वों की गतिविधि की सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन या फिर पुलिस को दें।
दो बार पहले भी हुआ आमना- सामना
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव को लेकर सयुस और एबीवीपी समर्थक पहले भी आमने- सामने आ चुके हैं। नामांकन प्रक्रिया के दौरान नारेबाजी के बीच दोनो गुटों के छात्र भारत माता मंदिर के पास भिड़ गए थे। दोनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ था। छात्रों को नियंत्रित करने में सिगरा इंस्पेक्टर आशुतोष ओझा चोटिल हो गए थे। दोनों गुटों के बीच रंजिश के चलते प्रभावित हो रही कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। चिह्नित छात्रों से हास्टल खाली कराने को लेकर पुलिस की ओर से विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखा जाएगा।