Corona Warriors को कवच प्रदान करेगी चिनिनम आर्स, होम्योपैथिक डॉ. अर्पिता चटर्जी ने क्लिनिकल ट्रायल के लिए भेजा प्रस्ताव
इंडियन होम्योपैथिक ऑर्गेनाइजेशन की वाराणसी सचिव डा. अर्पित चटर्जी ने भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली एक दवा का सुझाव आयुष को दिया है।
वाराणसी [हिमांशु अस्थाना]। कोरोना से जनजन को बचाने में जुटे योद्धा भी इस वायरस की चपेट में तेजी से आने लगे हैं। सरकार चिंता में है तो वहीं विशेषज्ञ और डॉक्टर इस वायरस से लडऩे के नित नए सुझाव भी दे रहे हैं। आयुष मंत्रालय द्वारा हाल ही में प्रतिरोधक क्षमता के लिए आर्सेनिक एलबम 30 दवा को आधिकारिक रूप से जारी किया गया था। इसी कड़ी में इंडियन होम्योपैथिक ऑर्गेनाइजेशन की वाराणसी सचिव डा. अर्पित चटर्जी ने भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली एक दवा का सुझाव आयुष को दिया है। डा. चटर्जी मार्गदर्शक आइएचओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जे एन रघुवंशी व डा. निधि रावत की टीम संग मिलकर कार्य कर रही हैं। इनका कहना है कि होम्योपैथ की दवा 'चिनिनम आर्स' क्वारंटाइन में भर्ती मरीजों, लैब में कार्यरत वायरोलॉजिस्ट, वार्ड बॉय, नर्स व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को कवच प्रदान करेगी। इन योद्धाओं को जीवनी शक्ति (इम्युनिटी बूस्टर) की तरह इस दवा को दिया जा सकता है। इस दवा से प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होगा। टीम ने इस दवा केक्लिनिकल ट्रायल (नैदानिक परीक्षण) के लिए आयुष मंत्रालय के जवाब का इंतजार कर रही हैं।
कोरोना संक्रमण से रखेगा दूर
डा. अर्पिता के मुताबिक उनकी टीम इस दवा को लेकर पिछले 15 वर्षों से शोध व अनुसंधान कर रही हैं और हर बार-हर परीक्षण में यह दवा सफल होती आ रही है। उन्होंने बताया कि यह दवा अन्य कई दवाओं से अलग स्वास्थ्यवर्धक टॉनिक की तरह कार्य करेगा। कोरोना के जितने भी लक्षण अभी तक आए हैं जैसे, तेज बुखार, सांस की समस्या, गले में खराश, सूखी खांसी, थकावट आदि में चिनिनम आर्स रामबाण की तरह काम करती है। इसके डोज से वर्तमान परिस्थिति में व्यक्ति कोरोना के गिरफ्त में आने से पूर्व सुरक्षित हो सकता है। वहीं यह कोरोना के अलावा मलेरिया, हेपेटाइटिस बी सहित अन्य बीमारियों में कारगर है। इस रोग में प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करता है।
यह है फार्मूला
डा. अर्पिता ने बताया कि होम्योपैथिक सिद्धांतों में चिनिनम आर्स का मतलब क्विनाइन आर्सेनाइट से है। सिनकोना के छाल व आर्सेनिक के संयोजन से बनाया जाता है। सिनकोना में मौजूद क्विनीन, क्विनीडाइन, सिनकोनिन, सिनकोडाइन, क्विनामाइन, क्विनिक एसिड, डाई हाइड्रो क्विनीडाइन आदि एल्केलॉयड का प्रयोग किया गया है।