वाराणसी के रामपुर में फूंका चीन का पुतला, चीनी सामान के बहिष्कार का किया आह्वान
पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए रविवार को थाना रामपुर के ग्रामीणों व विभिन्न संगठनों के चीन का पुतला फूंका।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए रविवार को थाना रामपुर के ग्रामीणों व विभिन्न संगठनों के लोगों ने सायंकाल में चीन का प्रतीकात्मक पुतला फूंका और चीन विरोधी नारे लगाए। इसके पूर्व रामपुर ग्राम सभा से निकला जुलूस थाना गांव में भ्रमण करते हुए थाना रामपुर स्थित पानी टंकी के पास पहुंचा। इसके पूर्व 'चिंग, चूंग, चाइना मुर्दाबाद, 'होश में आओ होश में आओ' अादि नारे लगाए गए।
लोगों से चीनी सामान के बहिष्कार करने का आह्वान किया गया और अंत मे चीन का पुतला फूंक कर आक्रोश जताया। इस दौरान तेलंगाना ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष गणेश चौबे, भाजपा के बूथ अध्यक्ष शैलेन्द्र पांडेय, हिन्दू युवा वाहिनी के तहसील मीडिया प्रभारी सुरेश पांडेय, विनोद पांडेय, संजय सिंह बबलू, गोलू पांडेय, दिनेश, जितेंद, ओमप्रकाश, विपिन, प्रदीप, सुनील राकेश, अजय, अजित सिंह समेत दर्ज़नो भाजपा कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित रहे।
पूर्वांचल में भी चीन के खिलाफ बढ़ा आक्रोश
पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में धोखे से भारतीय सेना के 20 जवानों को शहीद करने वाले चीन के प्रति पूर्वांचल के लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। चीन को धोखेबाज बताते हुए लोगों ने कहा कि अब किसी भी कीमत पर उसे सबक सिखाने का समय आ गया है। विभिन्न संगठनों ने बीते गुरुवार को चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन कर उसके विरोध में जमकर नारेबाजी की। व्यापारियों ने चाइनीज सामानों के बहिष्कार का एलान किया। जौनपुर में अखिल भारतीय विद्याथी परिषद, प्रताप सेना हिंदू संघ, हिंदू युवा वाहिनी केसरिया सेना, बजरंग सेना जैसे हिंदूवादी संगठनों ने चीन के रवैये के प्रति तल्ख टिप्पणी करते हुए आक्रोश जताया। सोनभद्र में इस दौरान कई राजनीतिक व गैर राजनीतिक संगठनों से चीन के खिलाफ आवाज बुलंद की। इसके अलावा वाराणसी में कांग्रेसजनों ने असि नदी में चीन में निर्मित इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रानिक्स सामग्रियों को फेंक दिया था। इस दौरान धोखे से भारतीय सैनिकों पर हमला करने वाले चीनी सेना की निंदा की गई थी।