मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने काशी विश्वनाथ दरबार में किया दर्शन-पूजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारत सरकार के रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार की दोपहर बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया।
वाराणसी, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारत सरकार के रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार की दोपहर बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया। मुख्यमंत्री दोपहर 12.30 बजे मंदिर परिसर पहुंचे। गेट नंबर 4 प्रवेशद्वार से पहुंचे मुख्यमंत्री नंदी हाल होते हुए मंदिर परिसर गए जहां उन्होंने षोडशोपचार पूजन किया। पूजन करने के पश्चात मुख्यमंत्री गेट नंबर 3 नीलकंठ प्रवेश द्वार से होते हुए कॉरिडोर में गए जहां चल रहे निर्माण कार्यों की अद्यतन जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से निर्माण कार्य के बारे में पूछा। कमिश्नर दीपक अग्रवाल और मुख्यकार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने मंदिर परिसर और मंदिर चौक के शुरू हुए निर्माण के बारे में जानकारी दी। निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री अपने गंतव्य को रवाना हो गए।
रेल मंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण कार्य की जानकारी ली
वहीं करीब 1.30 बजे रेल मंत्री पीयूष गोयल मंदिर परिसर पहुंचे जहां उन्होंने मंदिर के गर्भ गृह में जाकर बाबा का विधि विधान से पूजन अर्चन किया। पूजन अर्चन करने के पश्चात रेल मंत्री कॉरिडोर क्षेत्र में गए जहां उन्होंने मंदिर के मुख्य कार्यपालक विशाल सिंह से निर्माण कार्य और उसकी गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली। कॉरिडोर के निरीक्षण करने के बाद रेल मंत्री गेट नंबर 5 की तरफ भी गए जहां उन्होंने ढुंढिराज प्रवेश द्वार के पास एक भवन के ध्वस्तीकरण के बाद निकले पंचमुखी गणेश मंदिर को भी देखा। उन्होंने स्थानीय लोगों से पूछा क्या आपने इस प्राचीन मंदिर को पहले कभी देखा था।
लोगों ने बताया कि आज तक इस मंदिर को नही देखा था। यह मंदिर जिस वास्तु कला से बना है इस तरह का मंदिर भी आसपास कहीं देखने को नहीं मिलता है। इस पर रेल मंत्री ने इस मंदिर को संरक्षित करते हुए बेहतर से बेहतर बनाने की बात अधिकारियों से कही। रेल मंत्री पुतलीबाई धर्मशाला में निकले प्राचीन शिव मंदिर व प्रतिमाओं को भी बड़ी गहनता से देखा। उन्होंने कहा कि यह सब बाबा विश्वनाथ की कृपा से संभव हो पाया है, जो इतने प्राचीन मंदिरों का दर्शन आम दर्शनार्थियों को सुगमता से मिलने लगा है। इसके बाद रेल मंत्री अपने गंतव्य को रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में देखा आइसोलेशन वार्ड
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद डीडीयू अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया।पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह सतर्क और सावधान है। उत्तर प्रदेश सरकार हर परिस्थितियों से मुकाबले के लिए तैयार हैं। आमजन से अपील है कि यदि कोई हाथ आगे बढ़ाते है हाथ मिलाने के लिए तो उसे प्रणाम करें। ये भारतीय संस्कृति भी है और संक्रमण से बचाव का सबसे सुरक्षित तरीका।
योगी आदित्यनाथ ने बातचीत से पहले अस्पताल में तैयार आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया और जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी व अन्य चिकित्सकों से आइसोलेशन वार्ड में उपलब्ध सुविधाओं के बाबत जानकारी ली।
1268 आइसोलेटेड बेड, पांच लैब में चल रही जांच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में 10-10 बेड के आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं। प्रदेश में इस समय कुल 1268 बेड के आइसोलेशन वार्ड तैयार हैं। नोवेल कोरोना वायरस की जांच के लिए केंद्र सरकार की मदद से प्रदेश में बीएचयू वाराणसी, पीजीआइ, केजेएमयू लखनऊ, अलीगढ़, गोरखपुर में लैब स्थापित किए गए हैं। प्रदेश में अभी तक 11 मरीज कोरोना वायरस से ग्रसित मिले हैं। 10 का उपचार दिल्ली और एक का लखनऊ के केजेएमयू में इलाज चल रहा है।
विदेशी पर्यटकों पर विशेष नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना को लेकर विदेशी पर्यटकों पर सरकार की विशेष नजर है। पर्यटन की दृष्टि से यूपी में लखनऊ, आगरा और वाराणसी में आने वाले विदेशी पर्यटकों की जांच कराई जा रही। साथ ही नेपाल बार्डर पर भी हमारी पैनी नजर बनी है।