खरीदने से पहले जांचें, मिठाई मिलावटी तो नहीं!
जागरण संवाददाता वाराणसी रोशनी का पर्व दीपावली अब सामने है। इससे पहले धनतेरस व बाद में भै
जागरण संवाददाता, वाराणसी : रोशनी का पर्व दीपावली अब सामने है। इससे पहले धनतेरस व बाद में भैया दूज का पर्व मनेंगे। इन अवसरों पर मिठाइयों की खूब खपत होती है। ऐसे में मिलावट की आशंका हमेशा बनी रहती है। ऐसे में मिठाइयां खरीदते समय अधिकतम सतर्कता की आवश्यकता है।
बाजारों में हलवाइयों की दुकानों में रखी रंग-बिरंगी विविध स्वाद की मिठाइयां किसे आकर्षित नहीं करतीं! इन्हें देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। लोग अपने परिवारी जन, रिश्तेदार, और दोस्त-परिचितों के साथ पहचान वालों को त्योहार की शुभकामनाएं देने के लिए स्वादिष्ट मिठाइयां जरूर खरीदते हैं। ऐसे में सामान्य दिनों की तुलना में मिठाइयों की मांग कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में खरीदने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना जरूरी है कि ताजा मिठाइयां ही ली जाएं। लिवर व आंत को पहुंचाते हैं नुकसान
मंडलीय अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. एके श्रीवास्तव के मुताबिक मिठाइयां किसी भी रंग की हों, उनमें मिलावट की आशंका रहती है। ज्यादातर केमिकल न्यूरोटाक्सिक होते हैं, जो लिवर व आंत को नुकसान पहुंचाते हैं। लंबे समय तक इनका सेवन करने से हेपेटाइटिस व लिवर सिरोसिस ही नहीं, कैंसर तक का खतरा स्वाभाविक है। आंत में सूजन के साथ अल्सर भी हो सकता है। घर में बनाएं दीपावली की मिठाइयां
मिलावटी मिठाइयों से बचने के लिए लोग अपने घर पर ही मिठाइयां बनाने लगे हैं। बर्फी, नारियल के लड्डू, बेसन के लड्डू, पंजीरी, दाल का हलवा आदि जैसे आइटम घर में बहुत ही आसानी के साथ बनाया जा सकता है। इन्हें घर पर ही बना लेना ज्यादा सुरक्षित होगा। इस तरह करें मिलावट की पहचान
किसी मिठाई का रंग ज्यादा गहरा हो तो उसे कभी न खरीदें। गहरे रंग की मिठाइयों में केमिकल मिले होने का खतरा रहता है। चांदी का वर्क मिठाइयों को स्वादिष्ट और ज्यादा सुंदर एवं आकर्षक बनाता है। मगर चांदी का वर्क भी नकली और मिलावटी हो सकता है। शुद्धता परखने के लिए इसे मसल कर देखें। यदि इकट्ठा होकर छोटी गोली जैसा हो जाए, तो यह नकली है। असली चांदी का वर्क मसलने पर हाथों में ही मिट कर गायब हो जाता है। खोवे में मिलावट जांचने का तरीका
शुद्ध खोवा बेहद स्वादिष्ट होता है। जांचने के लिए इसे अंगुलियों से मसलें। घुल कर गायब हो जाए, अंगुलियों पर चिकनाहट रह जाए और चखने पर उम्दा किस्म का स्वाद मिले तो इसका मतलब कि यह मिलावट वाला बिल्कुल नहीं है। इसके विरीत यदि यह दानेदार लगे या पूरी तरह न घुले तो इसमें मिलावट हो सकती है। खोवा चखने पर स्वाद रहित या कड़वा होना भी मिलावट का संकेत है। इसकी जांच करने के लिए बाजार से फिल्टर आयोडीन लें। खोवे पर फिल्टर आयोडीन की दो-तीन बूंदें डालने पर यदि इसका रंग नीला हो जाय, तो यह मिलावटी है। --वर्जन --
आम तौर पर दूध में पानी की मिलावट की शिकायत रहती है। ऐसे में दूध और मिठाई लेने से पहले यह सुनिश्चित करें कि सामग्री ताजा मिले। अभी तक बनारस में दुग्ध उत्पाद में मिलावट की शिकायत नहीं मिली है।
- संजय प्रताप सिंह, जिला अभिहित अधिकारी।