सीसीटीवी फुटेज व आटो चालक से मिले सुराग ने खोला वाराणसी के चाय विक्रेता हत्याकांड का राज
सूद के पांच हजार रुपये बकाया मांगने को लेकर गाली-गलौज करने पर छह दिन पूर्व चाय विक्रेता राम नारायण यादव की रामनगर स्थित दुकान में गोली मारकर हत्या की गई थी। गिरफ्तार अंकित रामपुर और कपाली मछरहट्टा का निवासी है।
वाराणसी, जेएनएन। सूद के पांच हजार रुपये बकाया मांगने को लेकर गाली-गलौज करने पर छह दिन पूर्व चाय विक्रेता राम नारायण यादव की रामनगर स्थित दुकान में गोली मारकर हत्या की गई थी। मंगलवार को क्राइम ब्रांच संग स्थानीय पुलिस ने लंका तिराहे से वारदात के मुख्य आरोपित अंकित मोदनवाल व उसके साथी कपाली उर्फ सिद्धार्थ को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड का राजफाश किया। निशानदेही पर पुलिस ने तालाब में फेंकी गई .32 बोर की पिस्टल और एक कारतूस बरामद किया है। दुकानदार की साइकिल, टिफिन बाक्स और चप्पल भी मिली है। वारदात के बाद आरोपितों ने आटो से शव ले जाकर भीटी गांव में पुलिया के नीचे ठिकाने लगा दिया था। पुलिस फरार दो आरोपितों की तलाश में दबिश दे रही है। गिरफ्तार अंकित रामपुर और कपाली मछरहट्टा का निवासी है।
मुगलसराय (चंदौली) कोतवाली क्षेत्र के कटेसर गांव निवासी 55 वर्षीय रामनारायण यादव की मछरहट्टा में चाय की दुकान है। उन्होंने चौक पर पूड़ी-सब्जी व मिठाई की दुकान करने वाले अंकित मोदनवाल को सूद पर 15 हजार रुपये दिए थे। जिसमें 10 हजार उसने लौटा दिए थे। गत बुधवार को राम नारायण बाकी पांच हजार रुपये मांगने उसकी दुकान पर पहुंचे थे। इस पर अंकित ने खरमास के बाद रुपये देने की बात कही व दुकान के अंदर बैठाकर बात करने लगा। इस दौरान बकाये को लेकर गाली-गलौज करने पर अंकित ने राम नारायण के सिर के पिछले हिस्से में गोली मार दी, जो आंख से बाहर निकल गई। एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया रामपुर निवासी अंकित के अलावा मछरहट्टा के कपाली उर्फ सिद्धार्थ को गिरफ्तार किया गया है। फरार चल रहे रामपुर निवासी ऋषभ पांडेय के साथ आटो चालक सद्दाम की तलाश की जा रही है।
दोपहर में की वारदात, शव ठिकाने लगाने के लिए रात होने का इंतजार
अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के कारण पुलिस वारदात से जुड़े पहलुओं व राम नारायण से जुड़े लोगों की गतिविधियों की जांच में जुटी। इसके लिए घटनास्थल व आसपास करीब 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जब पुलिस ने खंगाली तब घटना की परतें खुलने लगीं। फुटेज से पता चला कि वारदात वाले दिन दोपहर राम नारायण अंकित की दुकान पर पहुंचे, लेकिन वहां से निकले नहीं। संदेह के आधार पर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो राजफाश हुआ। दुकान में राम नारायण की हत्या के बाद आरोपित रात होने का इंतजार करते रहे। देर रात एक आरोपित सद्दाम अपना आटो लेकर पहुंचा तब उससे शव ठिकाने लगाया था। गुरुवार को पुलिस ने शव बरामद किया था।
चंद कदम पुलिस पिकेट, धमाके को बताया गैस सिलेंडर की आवाज
जिस दुकान में राम नारायण की हत्या हुई वहां से चंद कदम की दूर पिकेट पर पुलिस की ड्यूटी लगती है। घटनावाले दिन दुकान के आसपास के लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनी थी। पूछने पर मुख्य आरोपित अंकित ने गैस सिलेंडर से आवाज निकलने की बात कहकर टाल दिया था। दोपहर में वारदात हुई और शव घंटों दुकान में पड़ा रहा। रात को आटो से शव ठिकाने भी लगा दिया, लेकिन पुलिस को भनक नहीं लगी।
10 हजार में ली थी पिस्टल
वारदात से कुछ दिन पूर्व ही अंकित ने मुगलसराय से 10 हजार रुपये में पिस्टल ली थी। बकाये को लेकर आए दिन तगादा व गाली-गलौज को लेकर उसने हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए उसने तीन साथियों को भी तैयार किया था।
आटो चालक से मिला सुराग
आरोपितों ने शव को आटो से ठिकाने लगाया था। इस बात की चर्चा सद्दाम ने अन्य आटो चालकों से की थी। इन्हीं में से एक ने क्राइम ब्रांच के सिपाही को बताया। पुलिस ने आरोपित आटो चालक सद्दाम की तलाश की, लेकिन वह फरार हो गया।
हत्या के बाद बेचने लगा पूड़ी-सब्जी
दिनदहाड़े दुकान में हत्या करने के बाद आरोपित अंकित बिना भय के दुकान पर आकर पूड़ी-सब्जी बेचने लगा। वह दो बार राम नारायण की दुकान पर भी गया था।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में क्राइम ब्रांच के बृजेश मिश्रा, एसएसआइ विजय यादव, उप निरीक्षक विनोद मिश्रा, उप निरीक्षक अरविंद यादव , आशीष मिश्र, कांस्टेबल प्रह्लाद यादव, सिद्धार्थ, नीरज मौर्या, सूरज, अमित, मंटू शामिल थे।