साफ्टवेयर पकड़ेगा सफाईकर्मियों की कामचोरी, 21 कूड़ा घरों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
वाराणसी में अब सफाईकर्मी कामचोरी नहीं कर पाएंगे क्योंकि सीसीटीवी की उन पर नजर रहेगी। जी हां यहां के 21 कूड़ाघरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
वाराणसी, जेएनएन। किसी कूड़ा घर में कूड़ा भरने पर आम आदमी नगर निगम में शिकायत करता है। अफसर मातहतों को निर्देश देते हैं। बाद में रिपोर्ट मिलती है कि कूड़ा उठा लिया गया, जबकि हकीकत में कई जगह ऐसा होता नहीं। सफाईकर्मी मनमाने तरीके से काम करते हैं। इस पर लगाम कसने के लिए एक साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है जो कामचोरी को पकड़ेगा। इसके लिए शहर में 21 कूड़ा घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया गया है। इसके लिए एफकान कंपनी काम कर रही है। शहर के लिए कूड़ा निस्तारण एक बड़ी समस्या है। नगर निगम के लिए यह किसी चुनौती से कम नहीं है।
कूड़े की समस्या से निजात पाने के लिए जमकर कसरत की जा रही है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इस पर खास जोर दिया जा रहा है। इसके लिए तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है। जल्द ही शहर में स्थित कूड़ा घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे नगर निगम को आसानी से पता चल जाएगा कि कहां कितना कूड़ा उठान हो रहा है, गाड़ियां समय से आ रहीं कि नहीं और कूड़े को व्यवस्थित ढंग से गिराया-उठाया जा रहा या नहीं आदि। फिलहाल शहर के 37 में 21 कूड़ा घरों में कैमरे लगाने का फैसला किया गया है। इसके लिए साजो-सामान आ चुका है।
150 डस्टबिन में लगे सेंसर : सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत शहर में फिलहाल 950 में 150 डस्टबिन में वाल्यूम सेंसर लगाने का दावा नगर निगम कर रहा है। इससे कूड़े की मात्रा का पता चल जाएगा। इसके अलावा टैगिंग की जा रही है जिससे डस्टबिन की स्थिति का पता चल जाएगा।
200 गाड़ियों में लगा जीपीएस : नगर निगम की 200 गाड़ियों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम लगाया जा चुका है। इससे गाड़ियों की सटीक लोकेशन का पता चलता है।
शिकायत करने पर कम समय में पहुंचेगी गाड़ी : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शापूरजी कंपनी ने एक साफ्टवेयर तैयार किया है। इससे कूड़ा नहीं उठने की शिकायत पर कम से कम समय में नगर निगम की गाड़ी मौके पर पहुंच जाएगी। वर्तमान में स्वच्छ काशी एप व फोन से शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं। इससे प्रक्रिया काफी लंबी होती है। नए साफ्टवेयर को नगर आयुक्त के पास भेज दिया गया है।