गाड़ियां नीलामकर वसूलेंगे बकाया टैक्स, वाराणसी संभाग में 166 वाहन थानों में बंद
परिवहन विभाग बकाया राजस्व वसूलने के लिए अब थाने में बंद गाड़ियों को नीलाम करेगा। इसके लिए दो महीने की मियाद तय की गई है।
वाराणसी, जेएनएन। परिवहन विभाग बकाया राजस्व वसूलने के लिए अब थाने में बंद गाड़ियों को नीलाम करेगा। इसके लिए दो महीने की मियाद तय की गई है। इस दौरान गाड़ियों की नीलामी नहीं होने पर परिवहन अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे। उन्हें नीलामी नहीं कर पाने का स्पष्टीकरण देना होगा। विभागीय प्रमुख सचिव का इस संबंध में आदेश जारी होने के साथ ही अधिकारी थानों में बंद गाड़ियों की सूची बनाने में जुट गए हैं। अभी तक वाराणसी संभाग में 166 और जिले में 94 गाडि़यां विभिन्न थानों में बंद है। पिछले दिनों बनारस दौरे पर आए परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने विभागीय अधिकारियों संग समीक्षा की थी। इस दौरान बताया गया कि विभिन्न थानों में बंद गाड़ियों पर लाखों रुपये का टैक्स बकाया है। थाने में बंद गाड़ियों के सामान चोरी होने पर परिवहन विभाग को दोषी माना जाता है।
इसको लेकर कई वाहन स्वामी न्यायालय तक पहुंच चुके हैं। इससे विभाग की किरकिरी होती है। इस जानकारी को प्रमुख सचिव ने गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि 45 दिन बाद थाने में बंद गाड़ी के स्वामी को नोटिस कर टैक्स जमा करने के लिए एक सप्ताह का मौका दिया जाए। इसके बाद वाहन की नीलामी कर दी जाए। डीटीसी ने एडीजी को लिखा पत्र उप परिवहन आयुक्त (डीटीसी) लक्ष्मीकांत मिश्र ने बताया कि विभाग की ओर से थानों में बंद वाहनों की सूची प्राथमिक स्तर से बना ली गई है। अन्य वाहनों की सूची बनाई जा रही है। पुलिस ने भी कई वाहनों को बंद किया है। पुलिस की सूची आने के साथ वाहनों की संख्या बढ़ जाएगी। वाराणसी, मीरजापुर, आजमगढ़ और वाराणसी संभाग के थानों में 443 वाहन बंद हैं। थानों में बंद वाहन हो चुके हैं कबाड़ परिवहन विभाग की ओर से थानों में बंद ज्यादातर गाड़ियां कबाड़ हो चुकीं हैं। बारिश और खुले आसमान के नीचे रहने के चलते वाहनों के ज्यादातर सामान नष्ट हो चुके हैं। इंजन और चेचिस भर दिखाई पड़ते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसे वाहनों को नीलाम करने से परिवहन विभाग को क्या बकाया राजस्व मिल पाएगा।